भोपाल। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी चुनाव की तारीखों के एलान के काफी पहले उम्मीदवारों के नाम घोषित कर सकती है. 6 लोकसभा सीटों पर पहले ही रायशुमारी कर चुकी है पार्टी. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर नए चेहरों को मौका दे सकती है. यानी ये तय माना जा रहा है कि लंबे समय से सांसदी संभाल रहे नेताओं को इस बार पार्टी घर बैठाएगी. निगाहें इस पर हैं कि क्या विधानसभा चुनाव हारे हुए दिग्गज नेताओं को पार्टी लोकसभा चुनाव में उतार सकती है. लेकिन ये तय माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची जारी होने की टाइमिंग और नाम चौंकाने वाले होंगे.
विधानसभा चुनाव का ही ट्रेंड क्या अब लोकसभा चुनाव मे भी दिखाई देगा. 6 सीटों पर पार्टी रायशुमारी पूरी कर चुकी है. पार्टी के लिए मुश्किल रही छिंदवाड़ा सीट के अलावा मुरैना, दमोह, होशंगाबाद के साथ जबलपुर और सीधी की सीट पर रायशुमारी पूरी कर प्रदेश की ओर से नाम पहुंचाए जा चुके हैं. अब बाकी बची 23 सीटों पर रायशुमारी के बाद के तय नाम भेजे जाने हैं. माना जा रहा है कि प्रत्याशी चयन में इस बार पार्टी पूरे घर के बदल डालूंगा के अंदाज में चल सकती है. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं, "ये तय है कि 2019 की तरह ये चुनाव भी पीएम मोदी के चहरे पर ही लड़ा जाएगा, तो जाहिर है कि पार्टी इस बार पीढ़ी परिवर्तन के फैसले ले सकती है और उसी हिसाब से नए उम्मीदवारों को मौका दे सकती है. ऐसी संभावना है कि बीजेपी में अब फैसले चौंकाने वाले ही होंगे इसमो कोई शक नहीं."
ये भी पढ़ें: 2024 का लोकसभा चुनाव हॉट सीट जबलपुर को देगा एक नया नेतृत्व, नए उम्मीदवारों के बीच होगी सियासी जंग MP की सभी लोकसभा सीटों पर BJP की रायशुमारी तेज, नए चेहरों पर फोकस, इन 6 सीटों पर बनी सहमति |
भोपाल, छिंदवाड़ा, गुना और राजगढ़ पर निगाहें
सबसे ज्यादा निगाहें छिंदवाड़ा सीट पर हैं जिसके बारे में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कह कर गए हैं कि इस एक सीट पर भी इस बार कमल खिलाना है. चार दशक से बीजेपी के लिए चुनौती बनी छिंदवाड़ा सीट पर पार्टी अपने ट्रस्टेड टेस्टेड नेता शिवराज सिंह चौहान को उतार सकती है ऐसी अटकलें हैं. उधर, गुना लोकसभा सीट जो सिंधिया का गढ़ रही क्या उस सीट से इस बार भी सिंधिया ही चुनाव लड़ेंगे. दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाली राजगढ़ लोकसभा सीट पर पार्टी किसे उम्मीदवार बनाती है इस पर भी निगाहें हैं और बीजेपी का मजबूत गढ़ बन चुकी भोपाल सीट जहां बीते लोकसभा चुनाव में पार्टी ने हिंदुत्व के प्रयोग बतौर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उतारा था. क्या भोपाल फिर एक बार नई प्रयोगशाला बनकर उभरेगा. पार्टी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल कहते हैं पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व सुयोग्य उम्मीदवार ही उतारेगा ये तय है.