भोपाल। थोक के भाव में बीजेपी में शामिल हो रहे कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ता अभी तक केवल एक आंकड़ा थे, लेकिन अब इनका नामकरण भी हो गया. सिंधिया के साथ कांग्रेस में हुई टूट के बाद ये दूसरा मौका है कि जब बीजेपी में आ रही कांग्रेसियों की खेप पर बड़े नेताओं ने चुप्पी तोड़ी और और जो बयान दिया उसमें इन्हें बेर और कचरा बताया गया है. मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रहलाद पटेल ने कहा कि 'मोदी सरकार ने तीन डिब्बे रखे हैं. जिसमें कहीं गीला कचरा, कहीं सूखा कचरा तो कहीं मेडिकल वेस्ट जाता है. ये मेडिकल वेस्ट बचा हुआ था. बाकी कचरा ठीक है. उधर पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कांग्रेसियों को पकी हुई बैरी कहा है, जो टपक-टपक के आ रहे हैं.
तो क्या थोक के भाव में बीजेपी मे आ रहा कचरा है
जिस समय एमपी बीजेपी में कांग्रेस से आ रहे सदस्यों की न्यू ज्वाइनिंग को लेकर रिकार्ड बनाने की तैयारी में है. थोक के भाव में बीजेपी में आ रहे कांग्रेसियों को लेकर मंत्री प्रहलाद पटेल का बयान आया है. प्रहलाद पटेल से बीजेपी में शामिल हो रहे कांग्रेसियों को लेकर जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कचरे के लिए दो और तीन डिब्बे रख रखे हैं. कहीं गीला कचरा जाता है, कहीं सूखा कचरा जाता है तो कहीं मेडिकल वेस्ट जाता है. मेडिकल वेस्ट बचा हुआ था. बाकी कचरे ठीक हैं.'
कांग्रेसी पकी बुई बेरी, टपक-टपक के आ रहे हैं
पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने कांग्रेसियों की ज्वाइनिंग को लेकर कहा कि 'कोई नाराज नहीं हो रहा और ना कोई साइड इफेक्ट है. जिस तरह से कांग्रेस के लोग शामिल हो रहे हैं. मुझे लगता है जैसी बैरी होती है. पकी हुई बैरी ऐसे टपक टपक के पार्टी में सभी आ रहे हैं.'
कोई साइड इफेक्ट नहीं, बीजेपी में अच्छी मेडिकल
वहीं पूर्व मंत्री ललिता यादव ने कहा कि 'जो बीजेपी परिवार में आ रहे हैं, वो पार्टी की रीति नीति से अवगत हैं. जो विधायक आ रहे हैं, उन्हें कांग्रेस की कार्यशैली पसंद नहीं आई, इसलिए बीजेपी में आ रहे हैं. क्या इसका साइड इफेक्ट नहीं होगा. मीडिया के इस सवाल पर ललिता यादव ने कहा कि यहां सबसे अच्छी मेडिकल फैसिलिटी है कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा.
कांग्रेस ने कहा मंजूर किया ना दलबदलू कचरा है
इन बयानों पर काग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा का पलटवार आया है. उन्होंने कहा कि 'धन्यवाद आभार बीजेपी के कद्दावर नेता और मंत्री आखिरकार आपने भी यह स्वीकार कर ही लिया कि कांग्रेस के स्वार्थी दलबदलू कचरा और बीजेपी डस्टबिन है.'
अकेले एमपी बीजेपी में 17 हजार से ज्यादा ज्वाइनिंग
जबकि देश में सबसे ज्यादा कांग्रेस में टूट एमपी में हुई है. पिछले दो महीनों के भीतर 17 हजार से ज्यादा कांग्रेसी बीजेपी की सदस्यता ले चुके हैं. तैयारी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराने की है.