जबलपुर। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत मध्य प्रदेश के तीन शहरों को बड़ा फायदा हो रहा है, इनमें इंदौर में एक रिंग रोड बनाई जा रही है. इंदौर को हैदराबाद से जोड़ने वाले हाईवे पर काम चल रहा है, वहीं जबलपुर में एक 100 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जा रही है साथ ही सागर में भी रिंग रोड बनाया जाना प्रस्तावित है. मध्य प्रदेश में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत अब तक 1000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़क बनाई जा चुकी हैं और लगभग 3063 किलोमीटर लंबी सड़क बनाए जाने का प्रस्ताव है.
देश भर में बनीं 15,549 किमी की सड़कें
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देशभर में लगभग 38000 किलोमीटर की सड़क बनाई जा रही है. केंद्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली सड़कों के पहले चरण में भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय ने 4.23 लाख करोड़ रूपया खर्च कर दिया है. इसके तहत अभी तक 15549 किलोमीटर की सड़क बनाई जा चुकी हैं.
मध्य प्रदेश में 3063 किलोमीटर लंबी सड़क
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत मध्य प्रदेश में भी 1137 किलोमीटर सड़क बनाई जा चुकी हैं और लक्ष्य 3063 किलोमीटर सड़क बनाने का है. भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सबसे ज्यादा लंबाई की सड़क उत्तर प्रदेश में बनाई जा रही हैं और दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है.
इंदौर-हैदराबाद हाईवे पर लगातार काम
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सबसे बड़ा फायदा इंदौर शहर को होने वाला है क्योंकि इंदौर से हैदराबाद को जोड़ने वाले हाईवे पर लगातार काम चल रहा है. यह एक बेहद अत्याधुनिक हाईवे है और इसमें अलग-अलग हिस्सों में काम चल रहा है. हैदराबाद और इंदौर के रास्ते को जोड़ने में सबसे ज्यादा काम महाराष्ट्र में होना है, हालांकि इंदौर के पास भी इस सड़क का काम बड़ी तेजी से चल रहा है. इंदौर से कोटा को जोड़ने वाले एक हाईवे का भी प्रस्ताव है, यह प्रोजेक्ट भी भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत ही पूरा किया जाएगा.
जबलपुर में 100 किमी लंबा रिंग रोड
जबलपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत 100 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जा रही है. यह रिंग रोड जबलपुर के भविष्य को देखते हुए बनाई जा रही है. इसके जरिए जबलपुर के लगभग 30 किलोमीटर के व्यास में एक सड़क बन रही है, यह एक फोरलेन रोड है और इसके बनने के बाद लंबी दूरी के परिवहन करने वाले वाहनों को शहर में आने की जरूरत नहीं होगी और इसका फायदा छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम मध्य प्रदेश के परिवहन को मिलेगा वहीं शहर के भीतर ट्रैफिक में कमी आएगी और इस 100 किलोमीटर सड़क के किनारे रहने वाले गांव और कस्बों का भी विकास संभव हो सकेगा.
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सागर का रिंग रोड
सागर शहर का रिंग रोड भी भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत ही बनाया जाना है. सागर का रिंग रोड बन जाने से नागपुर से दिल्ली के रूट पर ट्रांसपोर्ट को मदद मिलेगी और इससे सागर शहर में भी ट्रैफिक में कमी आएगी. विकास के इस चरण में अब हमारी सड़कें अंतरराष्ट्रीय स्तर की होती जा रही हैं और उसकी वजह से विकास के नए दरवाजे खुल रहे हैं.