भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बजट सत्र में 60 फीसदी विधायकों ने ऑनलाइन सवाल पूछे हैं. विधानसभा सत्र में पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने 2303 सवाल पूछे हैं. इनमें से 1340 ऑनलाइन सवाल पूछे हैं, जबकि 963 ऑफलाइन सवाल पूछे हैं. विधानसभा सत्र के दौरान सरकार चार माह के खर्च के लिए लेखानुदान लेकर आएगी. उधर सदन में सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कांग्रेस ने रणनीति तैयार की है. कांग्रेस विधायक प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों, समर्थन मूल्य, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरेगी.
19 फरवरी तक चलेगा सत्र, 9 बैठकें होंगी
मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र 7 फरवरी बुधवार से शुरू होने जा रहा है, सत्र 19 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान विधानसभा की 9 बैठकें होंगी. विधानसभा सत्र की शुरूआत पहले दिन 7 फरवरी को राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण से होगी. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए 12 और 13 फरवरी का दिन निर्धारित किया गया है. विधानसभा सत्र में जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए विधायकों ने 2303 सवाल लगाए हैं. इसमें से 1340 सवाल ऑनलाइन, जबकि 963 ऑफलाइन सवाल पूछे गए हैं. वहीं 147 शून्यकाल और 60 से ज्यादा ध्यानाकर्षण के मुद्दों की सूचनाएं विधानसभा सचिवालय पहुंच चुकी हैं. विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दूसरे दिन राज्य सरकार लेखानुदान पेश करेगी.
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सत्ता पक्ष को घेरने कांग्रेस ने पूछे सवाल
विधानसभा सत्र में कांग्रेस सत्ता पक्ष को विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को लेकर घरेगी. कांग्रेस विधायकों ने इसको लेकर कई सवाल भी पूछे हैं. सदन में कांग्रेस सरकार को चुनावी वादा याद दिलाते हुए गेहूं, धान की खरीदी करने, लाडली बहना की राशि बढ़ाने की मांग करेगी. इसके अलावा प्रदेश में कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार जैसे कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरेगी. सदन में सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस ने 6 फरवरी की शाम विधायक दल की बैठक बुलाई है.