भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में पहले दिन नर्सिंग घोटाले पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ. प्रश्न काल के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने चर्चा की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के नर्सिंग छात्र छात्राओं के भविष्य का मुद्दा है. लेकिन संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नर्सिंग मामले की जांच हाई कोर्ट में चल रही है, इसलिए इस पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती. विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कोर्ट में मामला पेंडिंग होने की वजह से इस पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती. इसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
आज विधानसभा में गांधी प्रतिमा के समीप विधायक मंडल ने नर्सिंग घोटाले के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया। #MPAssemblyMonsoonSession #lopmadhyapradesh pic.twitter.com/kwxXgUi1zG
— Umang Singhar (@UmangSinghar) July 1, 2024
विरोध में एप्रिन पहनकर पहुंचे कांग्रेस विधायक
नर्सिंग घोटाले के विरोध में कांग्रेस विधायक विधानसभा सदन में एप्रिन पहन कर पहुंचे. विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने के पहले कांग्रेस ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने आरोप लगाया कि सरकार इस पूरे घोटाले में तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बचाना चाह रही है. मध्य प्रदेश में लगातार घोटाले हो रहे हैं. लेकिन सरकार को छात्रों के भविष्य की चिंता नहीं है. कांग्रेस विधायक के एप्रिन पहनकर और उस पर पोस्टर लगाकर पहुंचे.
घोटाले में तत्कालीन मंत्री की भूमिका की जांच हो
विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने विधानसभा अध्यक्ष से नर्सिंग घोटाले को लेकर स्थगन पर चर्चा कराए जाने की मांग की. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ''इस घोटाले में तत्कालीन मंत्री की भूमिका की जांच पर चर्चा होनी चाहिए.'' हालाकि संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा की कोई मामला जब कोर्ट में विचाराधीन हो तो उस पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती. नरसिंह मामले की जांच कोर्ट में है और BCI भी इस पर जांच कर रही है. ऐसे में सदन में चर्चा कराया जाना ठीक नहीं है.
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कांग्रेस ने किया हंगामा
सरकार के जवाब पर आपत्ति जताते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि ''क्या कोर्ट के नाम पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती. हम कॉउंसिल के नियम कायदे पर चर्चा चाहते हैं. कॉउंसिल के अधिकार को सरकार में अधिकृत किया हम उस पर चर्चा चाहते हैं.'' कांग्रेस के सीनियर विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि ''एक बार फिर परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है, आखिर एक छात्र इतनी बार परीक्षाएं देगा.''
एक दर्जन दिवंगत विधायकों को दी गई श्रद्धांजलि
विधानसभा दी कारवाई शुरू होने के बाद दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई. पूर्व विधानसभा सदस्य हर्ष सिंह, चंद्रप्रभाष शेखर, विजय दुबे, मकसूद लाल चंद्राकर, शांतिलाल बिलबाल, बेनी परते, जसवंत सिंह राठोर, मदनलाल त्यागी, विट्ठल राव महाले, उत्तर प्रदेश की भूतपूर्व राज्यपाल डॉक्टर अजीज कुरेशी, भूतपूर्व लोकसभा अध्यक्ष डॉ मनोहर जोशी, प्रसिद्ध जैन संत श्री विद्यासागर महाराज, आतंकी हमलों और ड्यूटी पर शहीद हुए जवानों को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई.