ETV Bharat / state

गुरुग्राम माउथ फ्रेशनर मामला: रेस्टोरेंट मैनेजर गिरफ्तार, डॉक्टर बोले- ड्राई आइस खाने से खराब हुई थी तबीयत

Mouth Freshener Case Gurugram: गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में कथित माउथ फ्रेशनर खाने से पांच लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी. मामले में पुलिस ने रेस्टोरेंट मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पांचों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने ड्राई आइस खाई थी. जिसकी वजह से ऐसा हुआ.

Mouth Freshener Case Gurugram
Mouth Freshener Case Gurugram
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Mar 6, 2024, 3:42 PM IST

गुरुग्राम माउथ फ्रेशनर मामला: रेस्टोरेंट मैनेजर गिरफ्तार

गुरुग्राम: रेस्टोरेंट में कथित माउथ फ्रेशनर खाने से 5 लोगों की तबीयत बिगड़ने के मामले में पुलिस ने रेस्टोरेंट के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. मैनेजर गगनदीप सिंह दिल्ली के कीर्ति नगर का रहने वाला बताया जा रहा है. जिससे पुलिस की पूछताछ जारी है. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. जिन लोगों की इसमें संलिप्तता पाई जाएगी. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ड्राई आइस से खराब हुई तबीयत: पांचों लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि इन्होंने माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस खाई थी. जिसकी वजह से उनकी ये हालत हुई है. गुरुग्राम जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर रमेश चौहान के मुताबिक पांचों लोगों को जो ड्राई आइस दी गई थी. उसको डीजे पर धुआं उड़ाने में भी इस्तेमाल किया जाता है.

क्या है ड्राई आइस? ड्राई आइस कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसका इस्तेमाल चीजों को ठंडा रखने के लिए किया जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक, ड्राई आइस में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है. ये ज्यादा खतरनाक नहीं होती. ये काफी ठंडी होती है. जिसका सेवन करने से शरीर की कोशिकाएं मरने लगती हैं. इसलिए इसे सीधा छूने से मना किया जाता है.

कैसे बनती है ड्राई आइस? ड्राई आइस को बनाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को माइनस 109 डिग्री Fahrenheit तक ठंडा कर कंप्रेस किया जाता है. जिससे ये गैस बर्फ बन जाती है. इसके बाद इसे छोटे-बड़े टुकड़ों में कन्वर्ट कर दिया जाता है. इसके छोटे टुकड़े मिश्री की तरह दिखते हैं. इस बर्फ का इस्तेमाल चीजों को ज्यादा देर तक ठंडा रखने के लिए किया जाता है.

ड्राई आइस और नॉर्मल आइस में अंतर: घर वाली नॉर्मल बर्फ का तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस तक होता है. जबकि ड्राई आइस की सतह का तापमान माइनस 80 डिग्री सेल्सियस तक होता है. सामान्य बर्फ ज्यादा तापमान में आते ही पिघलने लगती है और उसका पानी बन जाता है. ड्राई आइस ज्यादा तापमान में आने पर धुआं बनकर उड़ने लगती है.

क्या है पूरा मामला: गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, खेड़की दौला थाना पुलिस को अंकित कुमार ने शिकायत देकर बताया था कि वो अपनी पत्नी नेहा सभरवाल, अपने दोस्त मानिक गोयनका, उनकी पत्नी प्रितिका रुस्तगी, दीपक अरोड़ा और उनकी पत्नी हिमानी 2 मार्च की रात करीब साढ़े 9 बजे गुरुग्राम के सफायर 90 लॉ फोरस्ता रेस्टोरेंट सेक्टर-90 में खाना खाने गए थे. खाना खाने के बाद रेस्टोरेंट के वेटर अमृतपाल कौर ने उन्हें माउथ फ्रेशनर ऑफर किया.

कथित माउथ फ्रेशनर खाते ही उन सभी का मुंह जलने लगे और मुंह से खून आने के साथ ही खून की उल्टी होने लगी. उन्होंने वेटर से इस बारे में पूछा तो वेटर ने उन्हें माउथ फ्रेशनर का खुला हुआ पैकेट दिखाया. इसके बाद उन्होंने खुद ही पुलिस को कॉल कर मामले की जानकारी दी. पुलिस की मानें तो पांच में से तीन को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. जबकि दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.

ये भी पढ़ें- रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर खाने से जलन के साथ मुंह से निकला खून, डॉक्टर ने बताया एसिड

ये भी पढ़ें- हरियाणा में महिला पर एसिड अटैक! नकाबपोश ने भरे बाजार किया हमला, पीड़िता के पति पर शक

गुरुग्राम माउथ फ्रेशनर मामला: रेस्टोरेंट मैनेजर गिरफ्तार

गुरुग्राम: रेस्टोरेंट में कथित माउथ फ्रेशनर खाने से 5 लोगों की तबीयत बिगड़ने के मामले में पुलिस ने रेस्टोरेंट के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. मैनेजर गगनदीप सिंह दिल्ली के कीर्ति नगर का रहने वाला बताया जा रहा है. जिससे पुलिस की पूछताछ जारी है. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. जिन लोगों की इसमें संलिप्तता पाई जाएगी. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ड्राई आइस से खराब हुई तबीयत: पांचों लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि इन्होंने माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस खाई थी. जिसकी वजह से उनकी ये हालत हुई है. गुरुग्राम जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर रमेश चौहान के मुताबिक पांचों लोगों को जो ड्राई आइस दी गई थी. उसको डीजे पर धुआं उड़ाने में भी इस्तेमाल किया जाता है.

क्या है ड्राई आइस? ड्राई आइस कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसका इस्तेमाल चीजों को ठंडा रखने के लिए किया जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक, ड्राई आइस में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है. ये ज्यादा खतरनाक नहीं होती. ये काफी ठंडी होती है. जिसका सेवन करने से शरीर की कोशिकाएं मरने लगती हैं. इसलिए इसे सीधा छूने से मना किया जाता है.

कैसे बनती है ड्राई आइस? ड्राई आइस को बनाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को माइनस 109 डिग्री Fahrenheit तक ठंडा कर कंप्रेस किया जाता है. जिससे ये गैस बर्फ बन जाती है. इसके बाद इसे छोटे-बड़े टुकड़ों में कन्वर्ट कर दिया जाता है. इसके छोटे टुकड़े मिश्री की तरह दिखते हैं. इस बर्फ का इस्तेमाल चीजों को ज्यादा देर तक ठंडा रखने के लिए किया जाता है.

ड्राई आइस और नॉर्मल आइस में अंतर: घर वाली नॉर्मल बर्फ का तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस तक होता है. जबकि ड्राई आइस की सतह का तापमान माइनस 80 डिग्री सेल्सियस तक होता है. सामान्य बर्फ ज्यादा तापमान में आते ही पिघलने लगती है और उसका पानी बन जाता है. ड्राई आइस ज्यादा तापमान में आने पर धुआं बनकर उड़ने लगती है.

क्या है पूरा मामला: गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, खेड़की दौला थाना पुलिस को अंकित कुमार ने शिकायत देकर बताया था कि वो अपनी पत्नी नेहा सभरवाल, अपने दोस्त मानिक गोयनका, उनकी पत्नी प्रितिका रुस्तगी, दीपक अरोड़ा और उनकी पत्नी हिमानी 2 मार्च की रात करीब साढ़े 9 बजे गुरुग्राम के सफायर 90 लॉ फोरस्ता रेस्टोरेंट सेक्टर-90 में खाना खाने गए थे. खाना खाने के बाद रेस्टोरेंट के वेटर अमृतपाल कौर ने उन्हें माउथ फ्रेशनर ऑफर किया.

कथित माउथ फ्रेशनर खाते ही उन सभी का मुंह जलने लगे और मुंह से खून आने के साथ ही खून की उल्टी होने लगी. उन्होंने वेटर से इस बारे में पूछा तो वेटर ने उन्हें माउथ फ्रेशनर का खुला हुआ पैकेट दिखाया. इसके बाद उन्होंने खुद ही पुलिस को कॉल कर मामले की जानकारी दी. पुलिस की मानें तो पांच में से तीन को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. जबकि दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.

ये भी पढ़ें- रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर खाने से जलन के साथ मुंह से निकला खून, डॉक्टर ने बताया एसिड

ये भी पढ़ें- हरियाणा में महिला पर एसिड अटैक! नकाबपोश ने भरे बाजार किया हमला, पीड़िता के पति पर शक

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.