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अंगीठी जलाकर सो रहे परिवार पर छाया काल, मां-बेटे की मौत, पिता और दो बच्चों की हालत नाजुक

Death Due To Angithi: दिल्ली में एक बार फिर अंगीठी मौत का सबब बनी. मैदानगढ़ी थाना इलाके में 27 जनवरी को एक परिवार रात में अंगीठी जलाकर सो गया, जिससे दम घुटने से परिवार में मां और छोटे बेटे की मौत हो गई. जबकि, पिता और उसके दो बच्चों का इलाज सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है. जहां तीनों की हालत गंभीर है.

दिल्ली में अंगीठी फिर बनी मौत का सबब
दिल्ली में अंगीठी फिर बनी मौत का सबब
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 29, 2024, 12:48 PM IST

Updated : Jan 29, 2024, 5:28 PM IST

दिल्ली में अंगीठी फिर बनी मौत का सबब

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शीतलहर और कोहरे ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है. यहां ठंड का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हर कोई ठंड से बचने की कोशिश में लगा. इस ठंड से राहत पाने के लिए लोग अपने घरों में अंगीठी जलाकर सो जाते हैं. वही अंगीठी लोगों की मौत का सबब बन जाती है.

ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके का है. जहां सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोये मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि, तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. जहां उनकी हालत गंभीर है. मामले की सूचना के बाद मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. यह हादसा रविवार सुबह हुआ.

जानकारी के अनुसार, दिनेश परिवार के साथ मैदानगढ़ी इलाके में रहता है. परिवार में पत्नी अंजलि, बेटा 6 वर्षीय दिव्यांश, 4 वर्षीय बेटी देवांशी, बेटा 2 वर्षीय शंभु शामिल है. दिनेश फार्म हाउस में माली का काम करता था. जबकि, अंजलि हाउस वाइफ थी. पूरा परिवार मैदानगढ़ी में पिछले दो साल से किराये के मकान में ही रहा था. शनिवार रात को दिनेश ने हाथ सेंकने के लिए अलाव जलाया था. रात को जब वह सोने के लिये गया तो अंगीठी में जलाया गया अलाव भी अपने साथ कमरे में ले गया.

ये भी पढ़ें : अंगीठी से घर में लगी आग ; व्यापारी का परिवार फंसा, दमकल कर्मियों ने पांच लोगों को बचाया

परिवार अंगीठी के कमरे में रखकर सो गया. कमरे में से अंगीठी से निकलने वाली गैस के लिए वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं थी. इसके चलते कमरे में गैस बन गई और परिवार उसकी चपेट में आ गया. कल सुबह जब उनका एक जानकार घर आया तो उसने देखा कि परिवार बेसुध अपने कमरे में पड़ा था. तुरंत मामले की सूचना उसने पुलिस को दी और परिवार के सभी सदस्यों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में अंजलि और शंभु की मौत हो गई.

जबकि दिनेश और बाक़ी दोनों बच्चों का उपचार चल रहा है. पुलिस ने बताया कि अस्पताल में भर्ती तीनों लोगो हालत गंभीर बनी हुई है.पुलिस ने पड़ोसियों के बयान पर केस दर्ज कर उनके परिवार के सदस्यों को सूचना दे दी है.

फिलहाल अंजलि और शंभु के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस मामले की पुष्टि करते हुए डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने बताया कि 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जा रही है. रविवार सुबह 6:16 पर पुलिस को इस मामले की सूचना सफदरजंग हॉस्पिटल से मिली थी. इसमें बताया गया कि पांच लोगों को लाया गया था. जिसमें 23 साल की महिला और 2 साल का बच्चा मृत था.

ये भी पढ़ें : घर में मोमबत्ती से लगी आग, रिटायर्ड फौजी की जलकर मौत

दिल्ली में अंगीठी फिर बनी मौत का सबब

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शीतलहर और कोहरे ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है. यहां ठंड का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हर कोई ठंड से बचने की कोशिश में लगा. इस ठंड से राहत पाने के लिए लोग अपने घरों में अंगीठी जलाकर सो जाते हैं. वही अंगीठी लोगों की मौत का सबब बन जाती है.

ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके का है. जहां सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोये मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि, तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. जहां उनकी हालत गंभीर है. मामले की सूचना के बाद मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. यह हादसा रविवार सुबह हुआ.

जानकारी के अनुसार, दिनेश परिवार के साथ मैदानगढ़ी इलाके में रहता है. परिवार में पत्नी अंजलि, बेटा 6 वर्षीय दिव्यांश, 4 वर्षीय बेटी देवांशी, बेटा 2 वर्षीय शंभु शामिल है. दिनेश फार्म हाउस में माली का काम करता था. जबकि, अंजलि हाउस वाइफ थी. पूरा परिवार मैदानगढ़ी में पिछले दो साल से किराये के मकान में ही रहा था. शनिवार रात को दिनेश ने हाथ सेंकने के लिए अलाव जलाया था. रात को जब वह सोने के लिये गया तो अंगीठी में जलाया गया अलाव भी अपने साथ कमरे में ले गया.

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परिवार अंगीठी के कमरे में रखकर सो गया. कमरे में से अंगीठी से निकलने वाली गैस के लिए वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं थी. इसके चलते कमरे में गैस बन गई और परिवार उसकी चपेट में आ गया. कल सुबह जब उनका एक जानकार घर आया तो उसने देखा कि परिवार बेसुध अपने कमरे में पड़ा था. तुरंत मामले की सूचना उसने पुलिस को दी और परिवार के सभी सदस्यों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में अंजलि और शंभु की मौत हो गई.

जबकि दिनेश और बाक़ी दोनों बच्चों का उपचार चल रहा है. पुलिस ने बताया कि अस्पताल में भर्ती तीनों लोगो हालत गंभीर बनी हुई है.पुलिस ने पड़ोसियों के बयान पर केस दर्ज कर उनके परिवार के सदस्यों को सूचना दे दी है.

फिलहाल अंजलि और शंभु के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस मामले की पुष्टि करते हुए डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने बताया कि 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जा रही है. रविवार सुबह 6:16 पर पुलिस को इस मामले की सूचना सफदरजंग हॉस्पिटल से मिली थी. इसमें बताया गया कि पांच लोगों को लाया गया था. जिसमें 23 साल की महिला और 2 साल का बच्चा मृत था.

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Last Updated : Jan 29, 2024, 5:28 PM IST
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