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तो ये है यूरिया क्राइसिस की असली वजह, मुरैना कलेक्टर ने भी स्वीकारा

मुरैना जिले में जहां एक ओर किसान खाद के लिए परेशान हैं तो दूसरी ओर खाद की कालाबाजारी व्यापक स्तर पर हो रही है.

Morena Urea Crisis
मुरैना में खाद की दुकान का निरीक्षण करते एसडीएम (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 25, 2024, 4:41 PM IST

मुरैना। जिले में इन दिनों रबी की फसल की बोवनी का सीजन चल रहा है. अन्नदाता बोवनी के लिए खाद वितरण केंद्र पर एक हफ्ते से धक्के खा रहा है. वहीं, दूसरी ओर खाद की कालाबाजारी करने वाले लोग स्टॉक करके महंगे दामों में बेच रहे हैं. किसान इसकी शिकायत लगातार प्रशासन से कर रहे हैं. कलेक्टर ने सभी एसडीएम को टीएल की बैठक में खाद को महंगे दामों में बेचने वाले ओर स्टॉक करने वालों के खिलाफ कर्रवाई के निर्देश दिए हैं.

खाद की दुकान पर 1200 बोरी का हिसाब नहीं

कलेक्टर के निर्देश पर जौरा एसडीएम प्रदीप तोमर ने खाद बिक्री करने वाले वाले 5 दुकानदारों के ठिकानों का निरीक्षण किया. उनके पास स्टॉक का लेखा जोखा देखा. इस दौरान 1200 से अधिक बोरे स्टॉक पाया गया. जिसे एसडीएम प्रदीप तोमर ने किसानों को उचित मूल्य की रेट पर दिलाया. इस कार्रवाई के बाद अब खाद की कालाबाजारी करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि मुरैना जिले भर में अन्नदाता खाद के लिए परेशान हो रहा है. सुबह 4 बजे से ही अन्नदाता जिले के अलग अलग जगह खाद वितरण केंद्र पर टोकन के लिए लंबी लाइन लगा लेते हैं.

मुरैना में खाद की कालाबाजारी व्यापक स्तर (ETV BHARAT)
Morena Urea Crisis
मुरैना में खाद की कालाबाजारी पकड़ी गई (ETV BHARAT)

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कलेक्टर ने भी स्वीकारा, खाद की कालाबाजारी

कई दिन तक लाइन में लगकर भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. कई किसान तो पिछले दो हफ्ते से खाद के लिए परेशान हो रहे हैं. फिर भी उन्हें खाद नसीब नहीं हो रहा है. क्योंकि खाद स्टॉक में पिछले एक हफ्ते से नही है. उधर, खाद को लेकर के कलेक्टर अंकित अस्थान का कहना है "किसाने की खाद को लेकर शिकायतें मिल रही हैं कि खाद की कालाबाजारी हो रही है. और कुछ लोग स्टॉक कर रहे हैं. यही वजह है कि हमने सभी एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."

मुरैना। जिले में इन दिनों रबी की फसल की बोवनी का सीजन चल रहा है. अन्नदाता बोवनी के लिए खाद वितरण केंद्र पर एक हफ्ते से धक्के खा रहा है. वहीं, दूसरी ओर खाद की कालाबाजारी करने वाले लोग स्टॉक करके महंगे दामों में बेच रहे हैं. किसान इसकी शिकायत लगातार प्रशासन से कर रहे हैं. कलेक्टर ने सभी एसडीएम को टीएल की बैठक में खाद को महंगे दामों में बेचने वाले ओर स्टॉक करने वालों के खिलाफ कर्रवाई के निर्देश दिए हैं.

खाद की दुकान पर 1200 बोरी का हिसाब नहीं

कलेक्टर के निर्देश पर जौरा एसडीएम प्रदीप तोमर ने खाद बिक्री करने वाले वाले 5 दुकानदारों के ठिकानों का निरीक्षण किया. उनके पास स्टॉक का लेखा जोखा देखा. इस दौरान 1200 से अधिक बोरे स्टॉक पाया गया. जिसे एसडीएम प्रदीप तोमर ने किसानों को उचित मूल्य की रेट पर दिलाया. इस कार्रवाई के बाद अब खाद की कालाबाजारी करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि मुरैना जिले भर में अन्नदाता खाद के लिए परेशान हो रहा है. सुबह 4 बजे से ही अन्नदाता जिले के अलग अलग जगह खाद वितरण केंद्र पर टोकन के लिए लंबी लाइन लगा लेते हैं.

मुरैना में खाद की कालाबाजारी व्यापक स्तर (ETV BHARAT)
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कई दिन तक लाइन में लगकर भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. कई किसान तो पिछले दो हफ्ते से खाद के लिए परेशान हो रहे हैं. फिर भी उन्हें खाद नसीब नहीं हो रहा है. क्योंकि खाद स्टॉक में पिछले एक हफ्ते से नही है. उधर, खाद को लेकर के कलेक्टर अंकित अस्थान का कहना है "किसाने की खाद को लेकर शिकायतें मिल रही हैं कि खाद की कालाबाजारी हो रही है. और कुछ लोग स्टॉक कर रहे हैं. यही वजह है कि हमने सभी एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."

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