मुरैना। जिले के सिकरोड़ी गांव के जंगल में सरसों के एक खेत मे एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत अवस्था में पाए गए. इसके अलावा तीन बीमार मोरों का उपचार बानमोर पशु अस्पताल में किया जा रहा है. ये मामला मामला: बानमोर थाना क्षेत्र का है. डॉक्टरों ने मृत पक्षियों का पोस्टमार्टम करने के बाद उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं. राष्ट्रीय पक्षी की मौतें किस कारण हुई, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है.
फूड पॉइजनिंग या वैक्टिरियल वायरल से मौत की आशंका
डॉक्टर्स का कहना है कि पक्षियों में मिले लक्षणों के आधार पर अनुमान है कि इनकी मौत फूड पॉइजनिंग या वैक्टिरियल वायरल के कारण हुई होगी. बानमौर थाना पुलिस को सूचना मिली कि सिकरोड़ी गांव के हार में एक सरसों के खेत मे राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत अवस्था में पड़े हुए हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने सरसों के कटे हुए खेत से 17 मोर को अचेत अवस्था मे बरामद किया. पुलिस सभी मोर को वाहन में रखकर उपचार के लिए बानमोर पशु अस्पताल लेकर आई.
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खेत में 3 मोर गंभीर हालत में मिले
पशु चिकित्सक अनिल सोलंकी ने जांच के बाद 14 मोरों को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर ने गंभीर हालत में बीमार 3 मोर का उपचार शुरू कर दिया है. मृत मोर का पोस्टमार्टम कर डॉक्टर ने उसके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं. पशु चिकित्सक डॉ.अनिल सोलंकी का कहना है कि 14 मोर मृत मिले हैं. 3 मोर गंभीर हालत में पाए गए. बीमार मोर के मुंह से झाग निकल रहा था और उनकी गर्दन भी अकड़ रही थी. इसके साथ ही उनको चलने-फिरने में परेशानी हो रही थी. इसलिए प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि मोरों की मौत गेस्ट्रो एंटाइट्स या पॉइजनिंग की वजह से हुई है. असल कारण जांच के बाद ही सामने आएगा.