मुरैना: मुरैना में शिक्षक के कारनामे देख छात्रों और अन्य शिक्षकों के भी होश उड़ गए. बताया जा रहा है कि जिले के शासकीय स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा शुरू हो गई है. इस बीच 10वीं के विज्ञान विषय के क्वेश्चन पेपर देख छात्रों के सिर चकरा गए. इसलिए नहीं कि पेपर कठिन था, बल्कि इसलिए क्योंकि क्वेश्चन पेपर यानी प्रश्न पत्र में इतनी अशुद्धियां थी कि बच्चों को पढ़ पाना मुश्किल हो रहा था. यह घटना जौरा के सीएम राइज स्कूल की है.
क्वेश्चन पेपर देख छात्रों ने शुरू किया हंगामा
बताया जा रहा है कि जौरा के सीएम राइज स्कूल में शुक्रवार को 10वीं क्लास के विज्ञान विषय का पेपर था. जब एग्जाम हॉल में बच्चों को पेपर दिया गया तो वे अशुद्धियों के कारण सही पढ़ नहीं पा रहे थे. जिसके बाद बच्चों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. छात्रों का हंगामा देख हाथ से लिखकर दोबारा नया पेपर उन्हें दिया गया.
13 प्रश्नों में 93 अशुद्धियां की गई चिन्हित
बताया जा रहा है कि महज 13 प्रश्नों में करीब 93 अशुद्धियां पाई गई. इतना ही नहीं क्वेश्चन पेपर से 10 क्वेश्चन भी गायब पाए गए. पेपर में कुल 23 प्रश्न होने थे. जिसमें से 1 से 9 तक क्वेश्चन थे. जिसके बाद 10 से 19 तक क्वेश्चन गायब थे. अंग्रेजी भाषा में तैयार किए गए साइंस के 4 पन्नों के पेपर में कुल 93 गलतियां निकलीं.
ये भी पढ़ें: CBSE 9th-11th परीक्षा का रजिस्ट्रेशन शुरू, अधिकारियों ने बताई परीक्षा की तारीख, जानें शेड्यूल |
दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
इस मामले में जिले के शिक्षा अधिकारी एके पाठक ने बताया, "विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र का मामला सामने आया है. मामला मेरे संज्ञान में भी है. यह बात सही है, कि त्रैमासिक परीक्षा का पेपर स्थानीय स्तर पर ही तैयार किया जाता है. ये पता लगा रहे हैं, कि प्रश्न पत्र किन शिक्षकों ने तैयार किया था. जांच में दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी.''