मुरैना। मुरैना में आरएसएस का 4 दिवसीय प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन चल रहा है. यहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मध्य भारत प्रांत के चुनाव खत्म हुए.अशोक पांडेय को फिर से प्रांत संघचालक चुना गया है. प्रांत संघचालक ने प्रांत कार्यकारिणी की घोषणा की. कार्यकर्ता सम्मेलन के सत्र को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि हम दुनिया में नया इतिहास घटित होते हुए देख रहे हैं.उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन वाली अनुभूति भारत में स्थाई रहना चाहिए.
मध्य भारत प्रांत के चुनाव संपन्न
आरएसएस के प्रांतीय सम्मेलन में संघ के मध्य भारत प्रांत के चुनाव हुए.अशोक पांडेय को फिर से प्रांत संघचालक चुना गया है. प्रांत संघचालक ने प्रांत कार्यकारिणी की घोषणा की. प्रांत सह-संघचालक के रूप में डॉ. राजेश सेठी ,भोपाल की घोषणा की गई. पूर्व में प्रांत सह-कार्यवाह हेमंत सेठिया,राजगढ़ अब प्रांत कार्यवाह नियुक्त हुए हैं. प्रांत सह-कार्यवाह के रूप में संतोष मीणा,भोपाल की घोषणा हुई है. पूर्व प्रांत कार्यवाह यशवंत इंदापुरकर की घोषणा क्षेत्र कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में की गई. 9 फरवरी को सभी आठों विभागों के चुनाव भी हुए. इस मौके पर सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं का प्रबोधन किया.
प्रांत कार्यकारिणी
- प्रांत प्रचारक–स्वप्निल कुलकर्णी, सह प्रांत प्रचारक–विमल गुप्ता
- प्रांत शारीरिक शिक्षण प्रमुख–कृपाल सिंह, प्रांत सह शारीरिक शिक्षण प्रमुख–प्रवेश लोधी
- प्रांत बौद्धिक प्रमुख–पंकज शर्मा, प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख–प्रमोद पंवार
- प्रांत व्यवस्था प्रमुख–कमल जैन, प्रांत सह व्यवस्था प्रमुख–रामवीर
- प्रांत सेवा प्रमुख–विक्रम सिंह, प्रांत सह सेवा प्रमुख–जितेंद्र राठौर
- प्रांत संपर्क प्रमुख–सुनील जैन, प्रांत सह संपर्क प्रमुख–गिरीश जोशी
- प्रांत सह संपर्क प्रमुख–नवल शुक्ला, प्रांत प्रचार प्रमुख–मुकेश त्यागी
- प्रांत सह प्रचार प्रमुख–अखिलेश श्रीवास्तव और प्रांत सह प्रचार प्रमुख–लोकेंद्र सिंह
'निकट भविष्य में भारत विश्व गुरू'
कार्यकर्ता सम्मेलन के सत्र को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि हम दुनिया में नया इतिहास घटित होते हुए देख रहे हैं. भारत भी करवट बदल रहा है,पिछले कई वर्षों में अनेक महानुभावों ने जो पुरुषार्थ किया है,उनका परिणाम आज दिख रहा है. हम सब निकट भविष्य में भारत को विश्वगुरु के रूप में देखेंगे, इसके लिए हमें भी अपनी तैयारी करनी होगी. उन्होंने कहा 2025 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, लेकिन अभी हमारा लक्ष्य पूर्ण नहीं हुआ है.वास्तविक कार्य करने का समय तो अब आया है.
'कार्यकर्ताओं को अपना आत्म विकास करना होगा'
मोहन भागवत ने कहा कि भविष्य में समाज को राष्ट्रीय दिशा देने के लिए हमारे कार्यकर्ताओं को अपना आत्म विकास करना होगा. आज संघ की ओर अपेक्षा से देखा जा रहा है. समाज में जीवन के सभी प्रश्नों का उत्तर लोग संघ से चाहते हैं. हमें ऐसे समाज का निर्माण करना है,जो अपने प्रश्नों का समाधान करने में स्वयं सक्षम हो.
'लघु भारत अयोध्या में दिख रहा था'
प्रांत कार्यकर्ता सम्मेलन में समाज प्रमुखों के साथ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने मुलाकात की. सरसंघचालक ने कहा कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में लघु भारत अयोध्या में दिख रहा था. सम्पूर्ण भारत में अयोध्या की अनुभूति हो रही थी और यह अनुभूति स्थाई रहनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि हम सब मिलकर छुआछूत को समाप्त करें.
ये भी पढ़ें: |
'सबको हिंदू समाज की चिंता करनी होगी'
सरसंघचालक ने कहा कि जैसे शरीर में प्रत्येक अंग की आवश्यकता है. प्रत्येक अंग को सुरक्षित और स्वस्थ रखेंगे, तब ही शरीर स्वस्थ रहेगा. इसलिए हम सब मिलकर हिंदू समाज की चिंता करें. उन्होंने कहा कि संघ में भले ही सामाजिक सद्भाव कार्य की शुरुआत 2007 से हुई है लेकिन संघ में जात–पात का भेद प्रारंभ से नहीं है. सामाजिक समरसता के लिए संघ प्रारंभ से कार्य कर रहा है.