मुरैना: मुरैना जिले में बीते 10 सालों बाद हुई अच्छी बारिश के चलते अब जौरा का पगारा डैम ओवरफ्लो हो गया है. जिसके चलते पगारा डैम के ऑटोमेटिक 5 गेट गुरुवार को खुल गए हैं. जिसके चलते जिला प्रशासन और राजस्व विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. हालांकि अब डैम के गेट खुलने के बाद पानी खतरे से नीचे बताया जा रहा है.
पगारा डैम के 5 ऑटोमेटिक गेट खुले
मुरैना के जौरा इलाके में स्थित पगारा डैम पर ऑटोमेटिक गेट लगे हुए हैं. गुरुवार को डैम के ओवरफ्लो होने कारण 5 ऑटोमेटिक गेट खुल गए. बता दें कि पगारा डैम की क्षमता 654 फीट तक पानी स्टोर करने की है. लेकिन बीते 2 दिनों में श्योपुर, शिवपुरी, विजयपुर और पहाड़गढ़ इलाके में हो रही लगातार बारिश के कारण डैम में पानी की मात्रा 654 फीट ज्यादा हो गई.
अलर्ट मोड पर है जिला प्रशासन
ऑटोमेटिक गेट खुलने के बाद पानी आसन नदी में उतरने लगा है. देखा गया है कि कई गेट खुलने के बाद पुरा हतरिया गांव में हालात बिगड़ जाते हैं. लेकिन फिलहाल यहां स्थिति सामान्य बताई जा रही है. एडीएम सीबी प्रसाद ने बताया कि पगारा डेम के गेट खुलने से प्रभावित होने वाले गांवों में अभी कोई समस्या नहीं आई है. फिर भी जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. हमने पहले से ही अपनी तैयारी कर ली है. प्रशासन ने पहले ही मुनादी कर ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया है.
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किसानों के चेहरे पर झलकी खुशी
गेट खुलने के बाद मुरैना सहित भिंड जिले के किसानों के चेहरे पर भी खुशी झलक उठी है. जिसका मुख्य कारण है कि मुरैना के साथ-साथ भिंड जिले के गोहद इलाके की 30 हजार हेक्टेयर जमीन की भी सिंचाई इस डैम से होती है. लेकिन पिछले 10 साल से डैम में पानी की मात्रा कम होने के कारण उन किसानों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था. इस बार डैम में पानी की कोई कमी नहीं है, जिससे सभी किसान खुश है. वहीं, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 'इस साल क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है और यही कारण है कि जौरा का पगारा डेम ओवरफ्लो होते ही उसके ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं.'