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गांवों के मुक्तिधाम में बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार करना जंग लड़ने से कम नहीं, हम फिर हुए शर्मसार - Muktidham no teen sheds

मुरैना जिले के हड़बांसी गांव में बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार करना किसी मुसीबत से कम नहीं है. एक तस्वीर फिर शर्मसार करने वाली सामने आई है. बारिश के दौरान अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

Morena Muktidham no teen sheds
मुरैना जिले के हड़बांसी गांव में मुक्तिधाम बदहाल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 19, 2024, 11:39 AM IST

मुरैना। सभी पंचायतों को हर साल गांव के विकास के लिए लाखों रुपए बजट दिया जाता है. लेकिन आजादी के इतने साल बीतने के बाद भी अधिकांश गांवों में अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षित मुक्तिधाम और उसमें टीनशेड तक की व्यवस्था नहीं हो सकी है. बारिश के मौसम में मुरैना जिले के कई ग्रामीण क्षेत्र से जर्जर मुक्तिधाम की तस्वीरें सामने आती रहती हैं. ऐसा ही एक और मामला गुरुवार को हड़बांसी पंचायत में देखने को मिला.

कई गांवों के मुक्तिधाम में नहीं टीनशेड

मुरैना जिले में एक बार फिर शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां बारिश के चलते अपनों का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में टीनशेड न होने के चलते बड़ी मुसीबत बन गया है. मृतक के परिजनों ने पहले तो बारिश बंद होने का इंतजार किया, लेकिन बारिश बंद नहीं हुई तो फिर वह गांव से एक किलोमीटर दूर बने शांतिधाम पहुंचे, जो पूरी तरह से जर्जर था. उसके बाद मृतक के परिजनों ने अपने घर से लोहे की चादर लाकर के कामचलाऊ टीनशेड तैयार किया. उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया.

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जिला पंचायत CEO बोले- सरपंच से काम करवाते हैं

हड़बांसी गांव में एक व्यक्ति की लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई. गांव में शांतिधाम नहीं होने के चलते बारिश के समय अंतिम संस्कार करना लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस मामले में जिला पंचायत CEO इच्छित गड़पाले का कहना है "आपके द्वारा वायरल वीडियो बताया गया है. वहां के सरपंच से बात करता हूं और इसको जल्द सुधरवाने की कोशिश करते हैं."

मुरैना। सभी पंचायतों को हर साल गांव के विकास के लिए लाखों रुपए बजट दिया जाता है. लेकिन आजादी के इतने साल बीतने के बाद भी अधिकांश गांवों में अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षित मुक्तिधाम और उसमें टीनशेड तक की व्यवस्था नहीं हो सकी है. बारिश के मौसम में मुरैना जिले के कई ग्रामीण क्षेत्र से जर्जर मुक्तिधाम की तस्वीरें सामने आती रहती हैं. ऐसा ही एक और मामला गुरुवार को हड़बांसी पंचायत में देखने को मिला.

कई गांवों के मुक्तिधाम में नहीं टीनशेड

मुरैना जिले में एक बार फिर शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां बारिश के चलते अपनों का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में टीनशेड न होने के चलते बड़ी मुसीबत बन गया है. मृतक के परिजनों ने पहले तो बारिश बंद होने का इंतजार किया, लेकिन बारिश बंद नहीं हुई तो फिर वह गांव से एक किलोमीटर दूर बने शांतिधाम पहुंचे, जो पूरी तरह से जर्जर था. उसके बाद मृतक के परिजनों ने अपने घर से लोहे की चादर लाकर के कामचलाऊ टीनशेड तैयार किया. उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया.

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हड़बांसी गांव में एक व्यक्ति की लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई. गांव में शांतिधाम नहीं होने के चलते बारिश के समय अंतिम संस्कार करना लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस मामले में जिला पंचायत CEO इच्छित गड़पाले का कहना है "आपके द्वारा वायरल वीडियो बताया गया है. वहां के सरपंच से बात करता हूं और इसको जल्द सुधरवाने की कोशिश करते हैं."

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