मुरैना: चंबल-अंचल में 2 दिन से लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर किसानों और आमजन की परेशानी बढ़ा दी है. 24 घंटे में जिलेभर में हुई 70 मिमी बारिश से जहां किसानों के खेतों में बाढ़ से बर्बाद हुई. बरसात से जिले में अलग-अलग जगहों पर मकानों की दीवारों के ढहने की खबरें आई है. महुआ थाना क्षेत्र के विंडवा में एक दीवार गिरने से 6 बकरियां मर गई. जौरा के पगारा बांध के सभी 6 गेट ऑटोमेटिक एक बार फिर खुल गए.
अभी तक 936 मिमी हुई बारिश
मुरैना में लगातार बारिश का दौर जारी रहा. 24 घंटे में जिलेभर में 70 मिमी बारिश हो चुकी है. बता दें कि जिलेभर में 936 मिमी बारिश हो चुकी है. जबकि पिछले साल इसी सीजन तक सिर्फ 631.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. इस बार पिछले साल के मुकाबले 304 मिमी बारिश अधिक बरसात हो चुकी है. लगातार झमाझम बारिश ने मौसम ठंडा कर दिया है, तो वहीं परेशानी बढ़ा दी है.
जिला मुख्यालय अथवा तहसील क्षेत्र सभी जगह जल भराव की समस्या ने लोगों को परेशान कर दिया है. जगह-जगह से दीवार गिरने मकान ध्वस्त होने की सूचनाएं सामने आ रही है. ग्वालियर के तिघरा बांध से लगातार छोड़े जा रहे पानी की वजह से पवाया रोड स्थित सांक नदी के रपटा पर पानी आ गया. रपटा के 10 फीट ऊपर से पानी गुजर रहा था. जिसके चलते सपचौली, जखौदा, ढकरपुरा, सीतापुर, खटाने का पुरा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क बानमोर मुख्यालय से टूट गया है.
पगारा डैम के 6 गेट खुले
जौरा तहसील क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से 8 दिन में दूसरी बार पगारा डैम के सभी 6 गेट ऑटोमेटिक खुल गए हैं. जिससे 10 हजार क्यूसेक पानी आसन नदी में डिस्चार्ज हो गया. जैसे ही डैम का जलस्तर 654 फीट के ऊपर पहुंचा, ऑटोमेटिक गेट से पानी डिस्चार्ज होना शुरू हो गया. पगारा बांध का जलस्तर 655.5 फीट था. पगारा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों व जल संसाधन विभाग ने 28 गांव में अलर्ट जारी कर दिया है.
दीवार गिरने से 6 बकरियां मरी, कई मवेशी जख्मी
तेज बारिश से रछेड़ ग्राम पंचायत के गांव ताल का पुरा में एक कच्चे मकान की दीवार भरभराकर गिर गई. जिसमें सात बकरी, एक भैंस, चार बछड़ा सहित एक दर्जन मवेशी घायल हो गए. यह सभी मवेशी रामखिलाड़ी के थे. इधर छत गिरने से पांच बकरी और उनके तीन बच्चे दबकर मर गए.
काजीबसई गांव में ढहा 3 साल पुराना मकान
माताबसैया क्षेत्र के काजीबसई गांव निवासी मुबारक मोहम्मद ने करीब तीन साल पहले गांव से दूर अपने खेत पर मकान का निर्माण कराया था. खेत पर ही उसके सात पुत्रों ने भी अपने-अपने रिहायशी मकान बनाए हुए थे. दो दिन से हो रही बारिश के कारण मकानों के चारों ओर पानी का जमाव हो गया था, जिसकी वजह से बीती रात मुबारक सहित उसके पुत्रों के मकान ढह गए।.इस हादसे में जनहानि की खबर नहीं है. हालांकि हादसे में घरों के अंदर रखा गृहस्थी का सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया.
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सरकारी कार्यालय के प्रांगण एवं बस्तियां हुई जलमग्न
शहर में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण शहरी जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. यहां तक कि सरकारी एवं प्राइवेट कर्मचारियों के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. कई सरकारी बिल्डिंग के प्रांगण में बारिश का पानी भर जाने से कर्मचारी एवं आम जनता को परेशानी हो रही है, तो वहीं तमाम बस्तियों में जल भराव होने से समस्याएं उत्पन्न हो रही है. शहर में पानी का निकास न होने के कारण कई प्रमुख मार्ग भी पानी से भरे हुए हैं.