मुरैना। लोकतंत्र के महापर्व को सफल बनाने के लिए प्रशासन लगातार नए प्रयास कर रहा है. शत-प्रतिशत मतदान कराने के लिए मुरैना कलेक्टर ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला इकाई और ई-रिक्शा यूनियन की बैठक लेकर नई पहल शुरू की है. जिसके तहत बुजुर्ग, विकलांग और गर्भवती महिलाओं को मतदान केन्द्र तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा चालक नि:शुल्क सेवा देंगे. यही नहीं उंगली पर मतदान की स्याही दिखाने पर प्राइवेट डॉक्टर भी मरीजों से फीस नहीं लेंगे. कलेक्टर की इस पहल की जिले भर में प्रशंसा हो रही है.
मजदूर युनियन और मेडिकल एसोशिएसन की पहल
आगामी 7 मई को चुनाव में सौ प्रतिशत मतदान कराने के लिए जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में ई-रिक्शा यूनियन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला इकाई की बैठक जिला पंचायत सभागार में ली. इस बैठक में कलेक्टर के सुझाव पर डॉक्टरों ने निर्णय लिया कि, मतदान करने के बाद ऊंगली पर स्याही निशान दिखाने पर सभी प्राइवेट हास्पिटल मरीजों से फीस नहीं लेंगे. मजदूर यूनियन संघ के जिला अध्यक्ष ब्रजराज डंडोतिया ने कहा कि "रिक्शा यूनियन के लोग पूरे जिले में बुजुर्ग, दिव्यांगजन और गर्भवती महिलाओं को मतदान के दिन निशुल्क सेवा देंगे. मतदान के दिन सभी रिक्शा चालक यात्रियों को निशुल्क पोलिंग बूथ तक ले जाएंगे. उंगली पर स्याही का निशान दिखाने पर उनको वापस घर तक भी छोड़ कर आएंगे".
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पोलिंग बूथों पर पना, मठ्ठा की व्यवस्था
जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने कहा कि "लोकतंत्र के इस पर्व को सिर्फ पुलिस व जिला प्रशासन सफल नहीं बना सकते, बल्कि आम नागरिकों की भागेदारी जरुरी है. इसलिए जिस तरह से हम त्योहारों पर निःशुल्क सुविधाएँ प्रदान करवाते है, वैसे ही हमारा प्रयास रहेगा कि इस दिन भी हम ज्यादा से ज्यादा मतदान को सरल और आसान बनायें". आगे कहा कि "मुरैना में लगभग 1100 रजिस्टर्ड ई-रिक्शा है, जो मतदान के दिन इस महापर्व को सफल बनाने में योगदान देंगे". उन्होंने बताया कि मतदान के दिन गर्मी अधिक रहेगी इसलिए मतदान वाले दिन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक जिलेभर के 1706 मतदान केंद्रों पर वोटरों के लिए आम पना और मट्ठा की निशुल्क व्यवस्था रहेगी.