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मुरैना में भारत बंद पर अलर्ट रही पुलिस, निकाली गई आक्रोश रैली, जानें कैसा रहा बाजारों का हाल - Bharat Band Impact In Morena

मुरैना में भारत बंद पर पुलिस की कड़ी गश्ती जारी रही. यहां किसी प्रकार का कोई उपद्रव नहीं किया गया. शांतिपूर्ण रूप से पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से आक्रोश रैली निकाली गई और कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा गया. बंद के कारण बाजारों में कम भीड़ भाड़ देखी गई.

MORENA BHARAT BANDH
भारत बंद पर निकाली आक्रोश रैली (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 21, 2024, 7:07 PM IST

मुरैना: अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के आरक्षण में उप वर्गीकरण करने और क्रीमीलेयर लगाने के विरोध में कुछ संगठनों के आह्वान पर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया. भारत बंद के दौरान मुरैना शहर में कहीं कोई उपद्रव न हो इसके लिए पुलिस का कड़ा पहरा रहा. तमाम पुलिस के अधिकारी शहर में सुबह से ही गश्त करते रहे. बहुजन समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग द्वारा बुलाया गये भारत बंद का जिले में मिला-जुला असर देखने को मिला.

मुरैना में भारत बंद पर जारी रहा पुलिस की गश्ती (ETV Bharat)

आक्रोश रैली निकाल पहुंचे कलेक्ट्रेट

बहुजन समाज पार्टी, भीम आर्मी सहित कई अन्य संगठनों के प्रतिनिधि सर्किट हाउस पर एकत्रित हुए और बसपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से आक्रोश रैली निकाली. रैली शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्ट्रेट पहुंची और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन में मांगों को पढ़कर सुनाया गया.

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि "हम लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपना ज्ञापन दिया है. अगर सरकार मांगें नहीं मानती है तो आगामी दिनों में रणनीति बनाकर शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बाद उग्र आंदोलन करेंगे." बता दें कि एससी-एसटी वर्ग को आरक्षण के संबंध में हाल ही में उच्चतम न्यायालय के पारित निर्णय के विरोध में यह आह्वान किया गया है.

अलर्ट मोड पर रहा प्रशासन

भारत बंद के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रही. मुरैना शहर में कहीं कोई उपद्रव न हो इसके लिए कलेक्टर अंकित अस्थाना और एसपी समीर सौरभ पहले से ही अलर्ट थे. मंगलवार की देर शाम शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया. वहीं, पुलिस ने आंदोलन संगठनों से बातचीत करके शांतिपूर्ण तरीके से बंद रखने का आह्वान किया था. जिसके चलते बुधवार को भारत बंद के दौरान शहर में सभी दुकानें, बाजार बंद रहे. कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि "भारत बंद के दौरान कहीं भी कोई उपद्रव नहीं हुआ."

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बाजारों में कम रही भीड़-भाड़

भारत बंद के आह्वान के कारण बाजारों में काफी कम भीड़ भाड़ देखी गई. प्रशासन ने पहले ही सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दे दिए थे, जिससे प्राइवेट स्कूल बंद रहे और स्कूलों के वाहनों का आवागमन बंद रहा. वहीं, बंद के कारण सड़कों पर भी कम ही लोग दिखाई दिए. बैरियर चौराहे से लेकर पुराना बस स्टैंड, पुल तिराहा, हनुमान चौराहा, गोपीनाथ की पुलिया जैसे कई इलाकों में पुलिस बल सुबह से ही तैनात रहा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के अन्य अधिकारी शहर में भ्रमण भी करते रहे और ड्रोन से भी निगरानी की गई.

मुरैना: अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के आरक्षण में उप वर्गीकरण करने और क्रीमीलेयर लगाने के विरोध में कुछ संगठनों के आह्वान पर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया. भारत बंद के दौरान मुरैना शहर में कहीं कोई उपद्रव न हो इसके लिए पुलिस का कड़ा पहरा रहा. तमाम पुलिस के अधिकारी शहर में सुबह से ही गश्त करते रहे. बहुजन समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग द्वारा बुलाया गये भारत बंद का जिले में मिला-जुला असर देखने को मिला.

मुरैना में भारत बंद पर जारी रहा पुलिस की गश्ती (ETV Bharat)

आक्रोश रैली निकाल पहुंचे कलेक्ट्रेट

बहुजन समाज पार्टी, भीम आर्मी सहित कई अन्य संगठनों के प्रतिनिधि सर्किट हाउस पर एकत्रित हुए और बसपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से आक्रोश रैली निकाली. रैली शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्ट्रेट पहुंची और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन में मांगों को पढ़कर सुनाया गया.

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि "हम लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपना ज्ञापन दिया है. अगर सरकार मांगें नहीं मानती है तो आगामी दिनों में रणनीति बनाकर शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बाद उग्र आंदोलन करेंगे." बता दें कि एससी-एसटी वर्ग को आरक्षण के संबंध में हाल ही में उच्चतम न्यायालय के पारित निर्णय के विरोध में यह आह्वान किया गया है.

अलर्ट मोड पर रहा प्रशासन

भारत बंद के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रही. मुरैना शहर में कहीं कोई उपद्रव न हो इसके लिए कलेक्टर अंकित अस्थाना और एसपी समीर सौरभ पहले से ही अलर्ट थे. मंगलवार की देर शाम शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया. वहीं, पुलिस ने आंदोलन संगठनों से बातचीत करके शांतिपूर्ण तरीके से बंद रखने का आह्वान किया था. जिसके चलते बुधवार को भारत बंद के दौरान शहर में सभी दुकानें, बाजार बंद रहे. कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि "भारत बंद के दौरान कहीं भी कोई उपद्रव नहीं हुआ."

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बाजारों में कम रही भीड़-भाड़

भारत बंद के आह्वान के कारण बाजारों में काफी कम भीड़ भाड़ देखी गई. प्रशासन ने पहले ही सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दे दिए थे, जिससे प्राइवेट स्कूल बंद रहे और स्कूलों के वाहनों का आवागमन बंद रहा. वहीं, बंद के कारण सड़कों पर भी कम ही लोग दिखाई दिए. बैरियर चौराहे से लेकर पुराना बस स्टैंड, पुल तिराहा, हनुमान चौराहा, गोपीनाथ की पुलिया जैसे कई इलाकों में पुलिस बल सुबह से ही तैनात रहा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के अन्य अधिकारी शहर में भ्रमण भी करते रहे और ड्रोन से भी निगरानी की गई.

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