मुरैना: जौरा तहसील के आलापुर गांव में 10000 वर्ग फुट सरकारी जमीन को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर मुक्त कर लिया. इस जमीन का बाजार मूल्य 2 करोड़ के आसपास बताया जा रहा है. इस जमीन पर दबंगों ने अतिक्रमण कर रखा था. बुधवार की दोपहर स्थानीय प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर सरकारी जमीन को उनके कब्जे से मुक्त करा लिया.
हाईकोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
जौरा तहसील के एसडीएम प्रदीप सिंह तोमर ने हाईकोर्ट के आदेश पर सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. एक पेट्रोल पंप के पास सरकारी जमीन पर दबंगों ने अतिक्रमण कर कच्चा और पक्का निर्माण किया गया था. इस कब्जे को जेसीबी मशीन से बुधवार की दोपहर हटा दिया गया. बताया जाता है कि 10000 वर्ग फुट शासकीय भूमि का बाजार मूल्य दो करोड़ के लगभग है.
दबंगों ने किया था सरकारी जमीन पर कब्जा
इस प्रकरण में एसडीम प्रदीप सिंह तोमर एवं तहसीलदार कल्पना कुशवाह का कहना है कि "कोर्ट में अवमानना याचिका क्रमांक 25 59 वर्ष 2024 के पालन में ग्राम पंचायत आलापुर की शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 1147 रखवा 0.119 के पालन में 16 अक्टूबर को शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई है. जिस पर से हाईकोर्ट द्वारा उक्त अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए थे. कुछ दबंग लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था."
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सूरज यादव ने दायर किया था कोर्ट में मामला
बता दें कि शासकीय भूमि से 2019 में भी अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई थी. लेकिन उसके बाद फिर से शासकीय भूमि पर दबंगों ने अतिक्रमण कर लिया था. जिसको लेकर सूरज यादव ने कोर्ट में अपील दायर की थी. सूरज की अपील पर कोर्ट ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को अलग करवाने एसडीएम प्रदीप सिंह तोमर, तहसीलदार कल्पना कुशवाह, नायब तहसीलदार श्याम सुंदर सिंह, राजस्व टीम एवं पुलिस बल के साथ पहुंचे थे. लगभग 2 से 3 घंटे तक चली अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई के दौरान जेसीबी से अतिक्रमण को हटाया गया.