मुरैना। जिले के सरायछौला थाना क्षेत्र के बाबा देवपुरी मंदिर पर संचालित दर्जनों दुकानों पर मिलावटी प्रसाद की जानकारी मिलने पर बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्व, फूड और लेबर डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने छापा मारा. जहां एक दर्जन से अधिक दुकानों से मिल्क केक व रबड़ी के सैंपल लिए गए और उन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा गया है. लेबर विभाग की टीम ने मौके से दो बाल श्रमिकों को मुक्त भी कराया है. इस दौरान कई दुकानदार मौके से भाग गए.
डीएम ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना को पिछले कुछ दिनों से बाबा देवपुरी मंदिर पर संचालित दुकानों में मिलावटी प्रसाद बेचने की जानकारी मिली थी. साथ ही दुकानदारों द्वारा नेशनल हाईवे की जगह पर दुकानें लगाकर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने की भी शिकायतें मिली थीं. इसी सूचना पर जिला कलेक्टर ने सोमवार को आयोजित टीएल बैठक में महिला एवं वाल विकास विभाग के साथ राजस्व, फूड और लेबर डिपार्टमेंट को संयुक्त रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
16 सैंपल भेजे गए भोपाल
डीएम के निर्देश पर CMHO डॉ. राकेश शर्मा और डिप्टी कलेक्टर के मार्गदर्शन में बुधवार को पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग व खाद्य निरीक्षक की संयुक्त टीम बनाई गई. फिर बाबा देवपुरी मंदिर के आस-पास स्थित प्रसाद की दुकानों का निरीक्षण कर नमूना लेने का काम किया गया. इस दौरान यहां से कुल 16 लीगल नमूनें लेकर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गए. जिनके जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
दुकानदारों को दिए गए ये निर्देश
मौके पर सभी मिठाई विक्रेताओं को खाद्य पंजीयन कराने, साफ-सफाई रखने सहित कई निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही राजस्व विभाग की टीम ने सरकारी जमीन का सीमांकन भी किया. बताया जा रहा है कि कलेक्टर के निर्देश पर एक दिन पहले खाद्य विभाग की टीम बाबा देवपुरी मंदिर पर कार्रवाई करने गई थी. जब टीम वहां पहुंची तो दुकानदारों ने विरोध किया था. जब ये बात कलेक्टर को बताई गई तब कलेक्टर ने एसपी से कहकर बुधवार को पुलिस फोर्स के साथ टीम को कार्रवाई के लिए भेजा गया.
क्या कहा अधिकारियों ने -
CMHO डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि ''कई दिनों से बाबा देवपुरी मंदिर पर लगी दुकानों की शिकायत मिल रही थी. जिस पर सयुंक्त टीम के साथ आज कार्रवाई की गई है. वहां दुकानों से सैंपल लिए गए हैं और जांच आने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.'' उधर ASP डॉ. अरविंद ठाकुर का कहना है कि ''ये रूटीन कार्रवाई है. नेशनल हाइवे किनारे मिल्क केक बेचने वालों की शिकायत मिल रही थी, जिस पर खाद्य विभाग की टीम कार्रवाई करने गई थी. उन्होंने सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स मांगा था, जिस पर हमने पुलिस फोर्स भेजा है.''