मुरैना। जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे -44 पर स्थित करुआ गांव के पास संचालित आरपी ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री से निकलने वाला दूषित और केमिकलयुक्त गंदा पानी टैंकर द्वारा आसन नदी में छोड़ा जाता है. ग्रामीणों का आरोप है कि इसी जहरीले पानी से 5 भैंसों की मौत हो गई. पानी इतना जहरीला था कि पानी में धंसते ही भैंस उसमें डली की डली रह गई. इसके बाद ग्रामीणों ने जेसीबी की मदद से भैंसों को बाहर निकाला.
फैक्ट्री के गेट पर दिया ग्रामीणों ने धरना
इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण फैक्ट्री के गेट पर बैठ गए. ग्रामीणों ने फैक्ट्री संचालक पर एफआईआर और फैक्ट्री को यहां से हटाने की मांग की. मौके पर पहुंचे वानमोर एसडीओपी आदर्शकांत शुक्ला और मुरैना एसडीएम भूपेंद्र सिंह ने ग्रामीणों को समझाया. इसके बाद हंगामा बंद हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी हमारे खेत में खड़ा अनाज इस फैक्ट्री के दूसरे पानी से लाखों रुपए की बर्बाद हो चुकी है. इसको लेकर कई बार प्रशासन से गुहार लगाई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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फैक्ट्री का केमिकलयुक्त पानी नदी में डालते हैं
ग्रामीण सुरेश व भूपेंद्र ने बताया "इस फैक्ट्री को यहां हटाया जाना चाहिए. दूषित पानी को नदी में डालने का पूर्व में भी करुआ और आसपास के ग्रामीण विरोध कर चुके हैं. उस समय भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा केमिकल युक्त पानी को बंद करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन फैक्ट्री से निष्कासित हो रहे केमिकल युक्त पानी को भी आज भी आसन नदी में डाला जा हा है. इस पानी को पीने से ग्राम जड़ेरुआ थाना नूराबाद निवासी रघुनाथ गुर्जर की 3 और ऋषी गुर्जर की 2 भैंस मृत हो गईं." प्रशासन ने ग्रामीणों को जांच करने का भरोसा दिया है.