मुरैना। मिलावट के लिए मुरैना जिला बदनाम हो चुका है. त्यौहार आने से पहले मिलावटखोर इतने सक्रिय हो जाते हैं कि बड़ी मात्रा में फैक्ट्री से मिलावटी मिठाई तैयार की जाती है. ताज़ा मामला मुरैना गांव के सहराना रोड पर संचालित साक्षी फूड प्रॉडक्टस का है. यहां प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सोमवार रात छापा मारकर संदिग्ध रूप से 40 क्विंटल मिलावटी केक, बरफी, मीठा मावा व मलाई बरफी जब्त की है. मिलावटी मिठाई के कारखाना में से 40 कट्टे मिल्क पाउडर व 15 टिन रिफाइंड ऑइल भी जब्त किया गया.
10 क्विंटल से अधिक संदिग्ध मावा, मिल्क केक जब्त
मुरैना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सहराना इलाके सोमवार रात तहसीलदार सीताराम वर्मा और मुख्यालय खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश गुप्ता ने छापामार कार्रवाई करते प्रदीप शर्मा की साक्षी फूड प्रोडक्ट कारखाने पर कार्रवाई की. जहां से 10 क्विंटल से अधिक संदिग्ध मिलावटी मावा मिल्क केक और मलाई बर्फी जब्त की गई. इतना ही नहीं बल्कि 43 बोरे मिल्क पाउडर और 23 टीन रिफाइंड ऑयल सहित एक कैन डालडा भी जब्त किया है. टीम ने इन सभी के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए. इस बारे में एडीएम सीबी प्रसाद का कहना है "जांच रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि कितनी मात्रा में इसमें केमिकल मिलाया जा रहा था और ये मिठाई लोगों के स्वास्थ के लिए कितनी हानिकारक है."
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जिला मुख्यालय के साथ ही गांवों तक में मिलावटी मावा
बता दें कि मिलावट का काला कारोबार सिर्फ जिला मुख्यालय तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कैलारस, सबलगढ़, जौरा, पोरसा, अंबाह के साथ साथ कई गावों में भी बड़े स्तर पर नकली दूध, मावा पनीर बनाया जाता है. लेकिन मिठाई बनाने में भी उपयोग किए जाते हैं, जो सीधा लोगों के स्वास्थ पर अटैक करता है. इसमें करीब 40 क्विंटल मावा मिल्क केक आदि जब्त किया गया. फैक्टरी को सील कर दिया गया है. जब्त माल की सैंपलिंग करा ली गई है. एडीएम का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी.