श्रीनगर: उत्तराखंड परिवहन निगम भले ही इस बार भी राज्य के लिए मुनाफा के सौदा रहा हो लेकिन अब भी उत्तराखंड परिवहन निगम में खासी सुधार की आवश्यकता है. ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे हैं. श्रीनगर में नवनिर्मित परिवहन निगम के डिपो में अधिकारियों और कर्मचारियों का भारी टोटा है. श्रीनगर नवनिर्मित परिवहन निगम डिपो में अधिकारी, कर्मियों के एक दर्जन से अधिक पद खाली चल रहे हैं. जिसके कारण बस डिपो के संचालन में दिक्कतें सामने आ रही है.
वर्तमान समय मे श्रीनगर बस डिपो में सहायक महाप्रबंधक, प्रधान लिपिक, कार्यालय सहायक, वरिष्ठ केंद्र प्रभारी, कनिष्ठ केंद्र प्रभारी,सहित सिनियर फोरमैन, जूनियर फोरमैन, सहित एक दर्जन कर्मियो के पद खाली हैं, इसके साथ साथ श्रीनगर डिपो से वर्तमान समय मे पांच रूटों पर बसों का सफल संचालन किया जा रहा है. इन रूटों में श्रीनगर से दिल्ली, श्रीनगर से देहरादून, श्रीनगर से चंडीगढ , श्रीनगर से कोटद्वार शामिल हैं. इसके साथ ही लंबे समय से श्रीनगर से नैनीताल, श्रीनगर से नंदप्रयाग के लिए बसों का संचालन बंद पड़ा हुआ है. कर्मचारियों की कमी अगर दूर हो जाती है तो श्रीनगर गढ़वाल से कई नये रूटों पर बसें शुरू की जा सकती हैं. श्रीनगर से उत्तरकाशी, श्रीनगर से हरिद्वार ,श्रीनगर से रामनगर के लिए बसों के संचालन की मांग समय समय पर उठती रहती है.
श्रीनगर परिवहन निगम के अकाउंटेंट अशोक काला ने बताया शासन स्तर को इस बारे में जानकारी दी गई है. इसे लेकर मीटिंग भी हुई है. जिसमें बताया गया कि जल्द श्रीनगर में अधिकारियों और कर्मियों के खाली पड़े पदों को भर लिया जाएगा. जल्द कर्मियों की तैनाती श्रीनगर बस डिपो में कर दी जाएगी.
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