नई दिल्ली : लोकसभा में संविधान के 75 वर्ष पर चर्चा के दौरान भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि जब भी राहुल गांधी बोलते हैं, तो वे वैसे तथ्यों का प्रयोग करते हैं, जिसका कोई आधार नहीं होता है, ऐसा लगता है कि उन्हें ट्यूटर बदलने की जरूरत है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि क्या राहुल गांधी कभी अंडमान एवं निकोबार जेल में गए हैं. वहां के क्या हालात थे, क्या राहुल ने कभी जानने की कोशिश की है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उस जेल में वीर सावरकर 11 सालों तक बंद थे. उन्हें लिखने के लिए कलम नहीं दिया गया. भाजपा नेता ने कहा कि मेरी गुजारिश है कि कभी राहुल गांधी को वहां पर ले जाया जाए, और उन्हें दिखाया जाए कि वहां पर क्या है.
My speech today in the Lok Sabha during the discussion on the glorious 75-year journey of the Constitution of India.#75YearsOfConstitution #Parliament #WinterSession #WinterSession2024 pic.twitter.com/D8ErD3Hl7l
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) December 14, 2024
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि वीर सावरकर ने संविधान को लेकर कहा था कि इस संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है. राहुल गांधी ने आरएसएस को लेकर भी ऐसी ही टिप्पणी की. रविशंकर प्रसाद इसका जवाब दे रहे थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा, ‘‘इस सदन में मैं आग्रह करूंगा कि एक बार इन्हें (राहुल) अंडमान-निकोबार की सेलुलर जेल लाया जाए जहां सावरकर 11 साल बंद थे. मैं तीन बार गया हूं. जब भी गया हूं रोया हूं.’’ उनका कहना था, ‘‘आप अपनी राजनीति के लिए जो कुछ भी बोलिए. जिस व्यक्ति ने इतना त्याग किया है उसके बारे में इस तरह की टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए.’’ प्रसाद ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘ट्यूटर बदलना बहुत जरूरी है, ये ट्यूशन कहां से आ रहा है, यह बताना जरूरी है.’’
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अभी हाल ही में महायुति को महाराष्ट्र में प्रचंड जीत हासिल हुई. ऐसी जीत 1971 के बाद किसी को नहीं मिली. इसी तरह से हरियाणा में भी भाजपा को जीत हासिल हुई. इसका मतलब यह है कि जनता ने विश्वास दिखाया. और यही वजह है कि पीएम मोदी भी लगातार तीसरी बार सत्ता में आए, जनता ने उन पर भरोसा जताया.
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी और कुछ अन्य नेताओं ने कहा कि संविधान में किसी भी हिंदू देवता का कोई जिक्र नहीं है. लेकिन उन्हें पता नहीं है कि मैं उन्हें संविधान की मूल प्रति दिखाना चाहता हूं. इसमें आप सब देख सकते हैं कि यहां पर राम, कृष्ण, हनुमान के चित्र मौजूद हैं.
प्रसाद ने कहा, ‘‘आज लोगों ने स्वीकारा है कि यह देश राष्ट्रवाद से चलेगा, समर्पण से चलेगा और विकास से चलेगा.’’ उन्होंने आपातकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि कल्पना नहीं की जा सकती कि किस तरह से दमन हुआ था और यहां कांग्रेस के लोग संविधान की बात रहे हैं.
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