देहरादून: चारधामों में शुमार बाबा केदारनाथ के कपाट भैयादूज पर्व पर सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. आज कपाट बंद होने तक 18, 644 श्रद्धालु बाबा केदार के दरबार पहुंचे. ये सभी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने. सभी श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया. इस साल केदारनाथ यात्रा में 16,52,076 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे.
6 माह के लिए समाधि में लीन हुए महादेव: बता दें बाबा केदार के कपाट ऊं नमः शिवाय और जय बाबा केदार के जयघोष के बीच विधि-विधान और धार्मिक परंपराओं के साथ बंद किए गए. भगवान भोले नाथ 6 माह के लिए समाधि में लीन हो गए हैं. इसी बीच भारी संख्या में श्रद्धालु आर्मी की बैंड धुनों में जमकर थिरकते नजर आए.
Uttarakhand | 18,644 pilgrims reached Kedarnath Dham till the doors were closed today. A total of 16,52,076 pilgrims have reached Kedarnath Dham during this entire Yatra period: Badrinath-Kedarnath Temple Committee pic.twitter.com/ykIQ1TzwOg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 3, 2024
यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए हुए बंद: आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी विधि-विधान के साथ बंद हो गए हैं. इससे पहले यानी गोवर्धन पर्व (2 अक्टूबर) पर गंगोत्री धाम के कपाट वैदिक विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए थे. वहीं, बाबा बदरी के कपाट अभी भी श्रद्धालु के लिए खुले हैं.
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक, द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक पावन श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। शिव शंभू से आप सभी के सुख-समृद्धि और आरोग्यपूर्ण जीवन की कामना करता हूं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 3, 2024
हमारी सरकार श्री केदारनाथ धाम… pic.twitter.com/TPcmeAWro6
18000 से ज्यादा श्रद्धालु कपाट बंद होने के बनें साक्षी: कपाट बंद होने के अवसर पर दिवाली के दिन से बाबा केदार के मंदिर को फूलों से भव्य सजाया गया था. आज 18, 644 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के कपाट बंद होने के साक्षी बने हैं. भगवान शिव केदारनाथ धाम में ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं. उत्तराखंड चारधाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी. देश-विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थयात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम पहुंचे.
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