देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है. यही वजह है कि रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.80 लाख पार हो गया है. लगातार बढ़ते रजिस्ट्रेशन को देखते हुए राज्य सरकार ने रजिस्ट्रेशन की एक दिन की समय सीमा भी तय कर दी है. यानी एक लिमिट से ज्यादा लोग एक दिन में रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाएंगे. क्योंकि, मई महीने में जो भक्त चारधाम आना चाहते हैं, उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. उनकी संख्या लाखों में पहुंच गई है. ऐसे में व्यवस्था और यात्रा की तैयारी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
श्रद्धालुओं में दिखा गजब का उत्साह: चारधाम यात्रा आने वाले यात्रियों का उत्साह इस कदर है कि अभी से ही होटल, हेली टिकट और वाहन करीबन बुक हो गए हैं. आलम ये है कि बुकिंग भी रिकॉर्ड तोड़ हो चुकी है. ऐसे में कोई मई महीने में चारधाम आना चाहता है तो उसकी फजीहत भी सकती है. क्योंकि, मई महीने की रजिस्ट्रेशन की समय सीमा पूरी हो गई है. एक आंकड़े के मुताबिक, 10 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में अभी तक 10 मई से लेकर 31 मई तक के पंजीकरण पूरे हो चुके हैं.
चारधाम यात्रा को लेकर अभी तक बुकिंग: उत्तराखंड पर्यटन विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार, 29 अप्रैल 2024 (सोमवार) शाम 4 बजे तक यमुनोत्री धाम के लिए अभी तक 2,77,775, गंगोत्री धाम के लिए 3,10,715, केदारनाथ धाम के लिए 5,94,147 और बदरीनाथ धाम के लिए 4,98,086 यात्री रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. अभी तक यानी 29 मई तक चारधाम यात्रा के लिए कुल 16,80,723 यात्री रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. वहीं, हेमकुंड साहिब की बात करें तो 28,395 यात्री रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. ऐसे में इतनी ज्यादा संख्या में जब यात्री मंदिरों में पहुंचेंगे तो दर्शन में लंबा समय लग सकता है. उन्हें कई-कई घंटे की लाइन लगानी पड़ सकती है. लिहाजा, मंदिर समिति ने स्टॉल और टोकन की व्यवस्था को और ज्यादा कारगर बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
हेली टिकट के लिए मारामारी: चारधाम यात्रा में आने वाले यात्री सबसे ज्यादा केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन करते हैं. साल 2013 की आपदा के बाद से केदारनाथ में यात्रियों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है, जिसे देखते हुए सरकार को हेली सेवा को भी अपग्रेड करना पड़ा है. उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) से मिली जानकारी के अनुसार, केदारनाथ में हेलीकॉप्टर से आने वाले यात्रियों की संख्या भी रिकॉर्ड तोड़ रही है. आलम ये है कि अभी तक मई और जून महीने की हेली टिकट बुकिंग फुल हो चुकी है.
ऐसे में सितंबर महीने की बुकिंग शुरू कर दी गई है. सितंबर महीने की भी 85 फीसदी टिकटों की बुकिंग हो चुकी है. बात अगर अक्टूबर महीने की करें तो अभी तक 35 फीसदी टिकट बुक हो चुके हैं. चारधाम यात्रा में अक्टूबर महीने के बाद अमूमन मानसून की रफ्तार धीमी पड़ जाती है. लिहाजा, यात्री आगे की बुकिंग अभी से ही करवा रहे हैं.
भक्तों की तय सीमा का हो रहा विरोध: चारधाम यात्रा में भीड़ को देखते हुए सरकार ने समय सीमा तय की है. जिसका अब विरोध भी होने लगा है. चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के साथ होटल और होमस्टे संगठन के लोगों ने भी चेतावनी देनी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि जब गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ मंदिर के साथ निचले इलाकों यानी यात्रा पड़ाव में यात्रियों के रुकने की संख्या और कैपेसिटी ज्यादा है. ऐसे में किस लिहाज से यात्रियों की संख्या सीमित की जा रही है.
उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजयपुरी का कहना है कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में रोजाना 30 हजार यात्री दर्शन कर सकते हैं, लेकिन उसके बावजूद मात्र 14 हजार यात्रियों के रजिस्ट्रेशन के हिसाब से दर्शन करवाना उचित नहीं है. यहां के व्यापारियों ने कर्ज लेकर अपने होटल, होमस्टे और दुकानों को यात्रियों के लिए व्यवस्थित किया है. जबकि, मानसून सीजन में यात्रा पूरी तरह से ठप हो जाती है. ऐसे में धामी सरकार को कोई ठोस निर्णय लेना होगा.
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