जयपुर : साल 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान की जनसंख्या लगभग 7 करोड़ आंकी गई है, लेकिन पिछले कुछ सालों में जनसंख्या का आंकड़ा तेजी से बढा है. 2023 की बात करें, तो राजस्थान में करीब 15 लाख बच्चों ने जन्म लिया था, जबकि स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार साल 2024 में अभी तक 11 लाख से अधिक बच्चे जन्म ले चुके हैं. हालांकि, यह आंकड़ा नवंबर माह तक का है. रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ विभाग के डायरेक्टर डॉ. सुनीत राणावत का कहना है कि राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है. ऐसे में चिकित्सा क्षेत्र को लेकर काफी चुनौतियां सामने आती हैं और खासकर नवजात बच्चों से जुड़ी.
राजस्थान में हर साल 15 से 16 लाख बच्चे जन्म लेते हैं. ऐसे में साल 2024 तक की बात करें, तो विभाग के पास जो इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी का आंकड़ा है, वो लगभग 12 लाख के आसपास है. डॉ. राणावत का कहना है कि राजस्थान इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी के मामले में देश में पहले स्थान पर है. आंकड़ों की बात करें, तो करीब 99 फीसदी से अधिक राजस्थान में बच्चे अस्पतालों में पैदा हो रहे हैं.
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सामने ये आंकड़े : आंकड़ों की बात करें, तो हर साल राजस्थान में लाखों बच्चे पैदा होते हैं. साल 2024 में सबसे अधिक अगस्त माह में 132000 से अधिक बच्चे पैदा हुए, जबकि अप्रैल माह में सबसे कम बच्चों का जन्म हुआ है.
शिशु मृत्यु दर में आई कमी : डॉ. राणावत ने कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी अस्पतालों में करवाई जाए, ताकि शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके. साथ ही हमारा विभाग टीकाकरण कार्यक्रम भी चल रहा है, ताकि जन्म लेने वाले बच्चे स्वस्थ रहें और किसी भी बीमारी से पीड़ित न हों.