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उत्तरकाशी में जमकर जमीन की खरीद-फरोख्त! 9 सालों में ग्राम पंचायत सिरोर में बिक गई करीब 100 नाली जमीन

सिरोर ग्राम पंचायत में जमीन की खरीद-फरोख्त में इजाफा देखने को मिला है. जहां 9 सालों के भीतर 100 नाली से ज्यादा जमीन बिक गई.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 7 hours ago

Updated : 7 hours ago

GRAM PANCHAYAT SIROR
उत्तरकाशी का सिरोर गांव (फोटो सोर्स- ETV Bharat)

उत्तरकाशी: चारधाम सड़क परियोजना में प्रस्तावित तेखला बाईपास का निर्माण कार्य अभी शुरू भी नहीं हुआ है, लेकिन प्रस्तावित इस बाईपास के चलते जमीन ग्राम पंचायत सिरोर में जमीन की खरीद-फरोख्त में तेजी आई है. यहां बीते 9 सालों के भीतर 100 नाली से ज्यादा जमीन बिक चुकी है. बीते साल तो 15 जमीनों की रजिस्ट्री हुई.

उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से भैरोंघाटी तक गंगोत्री हाईवे का होना है चौड़ीकरण: बता दें कि चारधाम सड़क परियोजना में सामरिक महत्व के देखते हुए गंगोत्री हाईवे का चौड़ीकरण काम किया जाना है. जिसके तहत हाईवे चौड़ीकरण काम उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लेकर भैरोंघाटी तक लंबित है, जो कि करीब 12 मीटर तक चौड़ा होना है. बीआरओ यानी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की ओर से इस काम को पांच चरणों में पूरा किया जाना है.

सिरोर ग्राम पंचायत से बाईपास निर्माण के चलते बिक रही जमीन: चौथे चरण में हिना से तेखला बाईपास का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए सिरोर ग्राम पंचायत से बाईपास का निर्माण होगा. हालांकि, ये काम अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन साल 2015 में बाईपास निर्माण प्रस्तावित होने के बाद से ही इस ग्राम पंचायत में जमीनों की खरीद-फरोख्त में इजाफा देखने को मिला है.

रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली ये जानकारी: रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, साल 2016 से लेकर अभी तक 9 सालों में यहां जमीन की 48 रजिस्ट्री हो चुकी हैं. जिसके माध्यम से करीब 106.56 नाली जमीन बेची गई है. बाईपास के निर्माण के चलते यहां और भी जमीनें बिकने की बात सामने आ रही है.

किस वर्ष में कितनी रजिस्ट्री हुई: साल 2016 में 5 रजिस्ट्री हुई. साल 2017 में 1 रजिस्ट्री हुई. साल 2018 में 3 रजिस्ट्री हुई. जबकि, साल 2019 में 6 रजिस्ट्री हुई. वहीं, 2020 में 2, 2021 में 2, 2022 में 6 और 2023 में 15 रजिस्ट्रियां हो चुकी है. इस साल यानी 2024 में अभी तक 8 रजिस्ट्री हो चुकी हैं. उधर, बाईपास निर्माण शुरू नहीं होने से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है. वे यहां जल्द से जल्द बाईपास का निर्माण शुरू करने की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी? बीआरओ कमांडर विवेक श्रीवास्तव का कहना है कि तेखला बाईपास का निर्माण साल 2015 में प्रस्तावित हुआ था. चौड़ीकरण और बाईपास निर्माण कार्य कब शुरू होगा, इस पर अभी तो कुछ नहीं कह सकते, लेकिन उम्मीद है कि एक से दो महीने में हाईवे चौड़ीकरण और बाईपास निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.

सिरोर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने पूर्व में जरूर अपनी जमीनें बेची है, लेकिन अब जब से गांव के बीच से बाईपास निर्माण होना तय हुआ है, तब से कोई ग्रामीण अपनी जमीन नहीं बेच रहा है. अब ग्रामीण जागरूक हो चुके हैं. - सुरेश सेमवाल, तहसीलदार भटवाड़ी

मैंने हाल में ही ज्वाइन किया है. इस कारण मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. प्रस्तावित बाईपास निर्माण के बाद जमीन बिकने से संबंधित जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. -मुकेश रमोला, उप जिला​धिकारी भटवाड़ी

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सिरोर ग्राम पंचायत से बाईपास निर्माण के चलते बिक रही जमीन: चौथे चरण में हिना से तेखला बाईपास का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए सिरोर ग्राम पंचायत से बाईपास का निर्माण होगा. हालांकि, ये काम अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन साल 2015 में बाईपास निर्माण प्रस्तावित होने के बाद से ही इस ग्राम पंचायत में जमीनों की खरीद-फरोख्त में इजाफा देखने को मिला है.

रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली ये जानकारी: रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, साल 2016 से लेकर अभी तक 9 सालों में यहां जमीन की 48 रजिस्ट्री हो चुकी हैं. जिसके माध्यम से करीब 106.56 नाली जमीन बेची गई है. बाईपास के निर्माण के चलते यहां और भी जमीनें बिकने की बात सामने आ रही है.

किस वर्ष में कितनी रजिस्ट्री हुई: साल 2016 में 5 रजिस्ट्री हुई. साल 2017 में 1 रजिस्ट्री हुई. साल 2018 में 3 रजिस्ट्री हुई. जबकि, साल 2019 में 6 रजिस्ट्री हुई. वहीं, 2020 में 2, 2021 में 2, 2022 में 6 और 2023 में 15 रजिस्ट्रियां हो चुकी है. इस साल यानी 2024 में अभी तक 8 रजिस्ट्री हो चुकी हैं. उधर, बाईपास निर्माण शुरू नहीं होने से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है. वे यहां जल्द से जल्द बाईपास का निर्माण शुरू करने की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी? बीआरओ कमांडर विवेक श्रीवास्तव का कहना है कि तेखला बाईपास का निर्माण साल 2015 में प्रस्तावित हुआ था. चौड़ीकरण और बाईपास निर्माण कार्य कब शुरू होगा, इस पर अभी तो कुछ नहीं कह सकते, लेकिन उम्मीद है कि एक से दो महीने में हाईवे चौड़ीकरण और बाईपास निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.

सिरोर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने पूर्व में जरूर अपनी जमीनें बेची है, लेकिन अब जब से गांव के बीच से बाईपास निर्माण होना तय हुआ है, तब से कोई ग्रामीण अपनी जमीन नहीं बेच रहा है. अब ग्रामीण जागरूक हो चुके हैं. - सुरेश सेमवाल, तहसीलदार भटवाड़ी

मैंने हाल में ही ज्वाइन किया है. इस कारण मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. प्रस्तावित बाईपास निर्माण के बाद जमीन बिकने से संबंधित जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. -मुकेश रमोला, उप जिला​धिकारी भटवाड़ी

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