जयपुर. राखी के त्योहार से पहले लगातार भारी बारिश से परेशान भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के लोगों को राहत मिलने के आसार है. आज से 22 अगस्त तक मौसम साफ रहने की संभावना है. भारी और अति भारी बारिश की गतिविधियों में नए साइक्लोनिक सिस्टम के कारण कमी दर्ज होगी. हालांकि कुछ जिलों में इस बीच हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. आज से आसमान खुलने और धूप खिलने की संभावना है. प्रदेश के अधिकांश जिलों में अभी तक सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. पिछले कई दिनों से जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग के जिलों में झमाझम बारिश जारी है. अगस्त के आखिरी सप्ताह में फिर भारी और अति भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है.
यह रहा हाल ए बारिश : राजधानी में लगातार बरस रहा मानसून शुक्रवार को थोड़ा सुस्त पड़ गया. बीते 24 घंटे में 54.9 मिलीमीटर बारिश हुई. गुरुवार रात 52.2 और शुक्रवार को 2.3 मिमी बारिश दर्ज हुई. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश बूंदी के हिंडोली क्षेत्र में 220 मिमी दर्ज की गई, वहीं बीकानेर के कोलायत में 172 मिमी, भीलवाड़ा में 101, बूंदी में 106, केशवरायपाटन में 82 मिमी, जयपुर में 54.9 और सीकर में 50 मिलीमीटर बारिश हुई. राजधानी जयपुर में इस मानसून के दौरान अब तक 73% ज्यादा बारिश हो चुकी है. सामान्य रूप से 1 जून से 17 अगस्त तक जयपुर में 402.5 बारिश होती है. जबकि इस बार 696.33 मिमी बारिश हो चुकी है. जो औसत से 73% ज्यादा है. जयपुर कलेक्ट्रेट पर 1061, एयरपोर्ट पर 913.2 और सांगानेर घंटे में 802 मिमी पानी बरस चुका है.
मानसून ने किया पश्चिम का रुख : प्रदेश के पूर्वी हिस्से को भिगोने के बाद मानसून ने पश्चिमी राजस्थान का रुख कर लिया है. नए साइक्लोनिक सिस्टम के असर से शनिवार 17 अगस्त को जोधपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग में भारी की बारिश होने की संभावना है. यहां कुछ क्षेत्रों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से तेज बारिश होगी.
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बीसलपुर 313 RL मीटर के पार : जयपुर, अजमेर और टोंक जिले में पेयजल की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध से भी राहत की खबर है. लगातार कैचमेंट एरिया में हो रही बरसात के बाद शुक्रवार देर शाम को बांध का जलस्तर 313 आरएल मीटर को पार कर गया. बांध प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 7:00 बजे बाँध का जल स्तर 313.10 RL मीटर से ऊपर निकल गया. बांध में कुल भराव क्षमता का 58.70 प्रतिशत पानी मौजूद है. फ़िलहाल बांध का मुख्य जल स्त्रोत त्रिवेणी नदी 2.90 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. गौरतलब है कि बांध का पूर्ण जलस्तर 315.50 RL मीटर है.