चंडीगढ़: चंडीगढ़ मौसम विभाग के मौसम बुलेटिन में बताया गया है कि 24 से 30 जून तक हरियाणा में हल्की बारिश होगी. वहीं 27 जून से कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है. हरियाणा समेत दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में 30 जून तक मानसून के पूरी तरह सक्रिय रहने की संभावना है. 30 जून के बाद इन इलाकों में तेज बरसात होगी. मानसून की दस्तक से उत्तर भारत में गर्मी का असर कम हो गया है.
हरियाणा और दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में पारा काफी नीच गिर गया है. हरियाणा में 24 जून को अधिकतम तापमान सिरसा जिले में 44 डिग्री दर्ज किया गया. हरियाणा में 24 और 25 जून को कुछ इलाकों में हीट वेव की चेतावनी जारी की है लेकिन ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश के बाद गर्म हवाएं बंद हो गई हैं. मौसम विभाग ने अब इन इलाकों से गर्मी की चेतावनी खत्म कर दी है.
आगे बढ़ रहा मानसून
देश के उत्तरी अरब सागर और गुजरात के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष भाग. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी मानसून की बारिश होने वाली है.
तात्कालिक पूर्वानुमान हरियाणा :24/06/2024 15:58:2) गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, अंबाला, यमुनानगर, पंचकुला, में मेघगर्जन / आकाशीय बिजली / अचानक तेज हवाएं/ आंधी(40-60 KMPH) की संभावना pic.twitter.com/ZACEvM3UMd
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) June 24, 2024
इन प्रदेशों में भारी वर्षा की चेतावनी
दक्षिण पश्चिम मानसून के प्रभाव के तहत, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
इसके साथ ही अगले पांच दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में काफी व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. अगले 5 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और कर्नाटक के घाट क्षेत्रों में, 24 से 26 जून को तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु और गुजरात में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक निचले क्षोभमंडल स्तर में पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और बंगाल की खाड़ी से पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में निचले क्षोभमंडल स्तर पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं. इसके प्रभाव के तहत, अगले पांच दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.