जोधपुर : मानसून आते ही बारिश ने लगभग प्रदेश के हर हिस्से को भिगो दिया. राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश से लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जोधपुर और आस-पास के क्षेत्र अभी तक मानसून की अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हैं. बारिश ना होने से किसान परेशान हैं. किसानों का कहना है कि अगर यही हालात एक सप्ताह तक और रहे, तो फसलों को नुकसान तय है. हालांकि, शुक्रवार सुबह से शहर में रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ है. इससे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में राहत मिल सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मानसून के सक्रिय होने के बाद से अब तक जोधपुर में 119 एमएम बारिश हुई है, जबकि यह 161 एमएम होनी चाहिए थी. जोधपुर में जुलाई में अच्छी बारिश होती है, लेकिन इस बार सामान्य से कम हुई है. मौसम विभाग की मानें तो अब एक बार फिर अरब सागर की मानसूनी शाखा सक्रिय हो रही है. इससे जोधपुर शहर व आस-पास बारिश होगी, लेकिन फिर भी अगस्त में सामान्य बारिश ही रहेगी. जुलाई की कमी पूरी होने की संभावना कम है, लेकिन अगस्त में बारिश का जो पैटर्न पिछले तीन साल का रहा है, अगर वैसी स्थिति बनी तो हालत मुश्किल हो जाएंगे.
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अगस्त में पांच से छह दिन हो सकती है बारिश : मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक्टिव कम दबाव का क्षेत्र बनेगा. इसका मूवमेंट 3 अगस्त से शुरू होगा. इससे पहले सप्ताह में जोधपुर में अच्छी बारिश हो सकती है, जबकि दूसरे सप्ताह में कम दबाव का क्षेत्र मानसून ट्रफ लाइन की तरफ होने से संभावना है कि एक या दो दिन बारिश होगी. वहीं, तीसरे सप्ताह में स्थितियां बदलेंगी कोई एक्टिव तंत्र नहीं होने से बारिश की संभावना बहुत कम होगी, जबकि अंतिम सप्ताह में फिर बारिश की संभावना बनेगी.
जवाई बांध में नहीं बचा ज्यादा पानी : पाली जिले के सुमेरपुर स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े जवाई बांध में अभी सीमित पानी बचा है. 61.25 फीट ऊंचाई वाले इस बांध में अभी करीब 14 फीट पानी है, जिससे पाली जिले में पानी की आपूर्ति होती है. इस बांध में भी अब अगस्त में होने वाली बारिश से ही भराव की आस है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों की बारिश से जवाई में बड़ी मात्रा में पानी आ सकता है. इससे पहले गत वर्ष बिपरजाय तूफान से हुई बारिश के चलते जुलाई तक बांध में 55 फीट से ज्यादा पानी एकत्र हुआ था.