लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित 'मुख्यमंत्री कप' के तहत मोहन बागान और ईस्ट बंगाल फुटबॉल मैच का उद्घाटन करते हुए बड़ी घोषणा की. सीएम ने कहा कि प्रदेश में 57 हजार ग्राम पंचायतों में एक-एक खेल का मैदान बनाया जा रहा है. इसके अलावा 825 विकासखंडों में एक-एक मिनी स्टेडियम और सभी 75 जनपदों में एक-एक स्टेडियम बनाने का काम प्रगति पर चल रहा है. भारतीय फुटबॉल संघ की अपेक्षा के अनुसार प्रदेश में एक हजार फुटबॉल के खेल के मैदान भी विकसित किए जाएंगे. सीएम योगी ने कहा कि फुटबॉल संघ ने सभी जिले और 18 मंडल में एक-एक स्टेडियम फुटबॉल के लिए समर्पित करने की अपेक्षा की है. हमेशा खेल जगत में उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद और हॉकी के मशहूर खिलाड़ी केडी सिंह बाबू उत्तर प्रदेश की ही माटी के सपूत थे. इस स्टेडियम का नाम भी केडी सिंह बाबू के नाम पर ही रखा गया है. यही नहीं उत्तर प्रदेश ने फुटबॉल की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड, वर्ल्ड चैंपियनशिप आदि में पदक जीतने वाले 500 से अधिक खिलाड़ियों को सीधी भर्ती के माध्यम से अलग-अलग सेवा में सरकारी नौकरी दे चुकी है. सरकार इसे आगे भी जारी रखेगी.
‘मुख्यमंत्री कप’ के अंतर्गत लखनऊ में आयोजित ‘मोहन बागान’ VS ‘ईस्ट बंगाल’ फुटबॉल मैच में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होते #UPCM @myogiadityanath @IndianFootball | @mohunbagansg | @eastbengal_fc | @UPGovtSports https://t.co/z06Ff7HOfB
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जब यह मैच शुरू हुआ तो पहले ही मिनट में मोहन बागान की ओर से गोलकीपर को छक्कते हुए गेंद गोल के भीतर पहुंचा दी गई थी. मगर इस शॉट को ऑफसाइड करार दिया गया. इसके बाद में भी मोहन बागान की टीम ईस्ट बंगाल पर हावी रही. खेल के 18 मिनट में बागान की ओर से सोहेल ने गेंद गोल पोस्ट की ओर मारी गई और मोहन बागान सुपर जॉइंट्स 1-0 से आगे हो गए. पहले मध्यांतर तक यही स्कोर कायम रहा. खेल समाप्त होने का ज़ब 19 मिनट बाकी थे तब ईस्ट बंगाल एफ सी के मोहम्मद आशिक ने एक बेहतरीन टच मारा, जो कि सीधे गोल पोस्ट के अंदर पहुंच गया. मुकाबला एक एक से बराबर हो गया. खेल के 80 वें मिनट सयान को दूसरा येलो कार्ड दिया गया, जिसके बाद में ईस्ट बंगाल को 10 खिलाड़ियों से ही खेलना पड़ा. निर्धारित समय और इसके बाद खराब हुए समय को मिलाकर 91 मिनट के खेल में एक-एक से मुकाबला बराबर रहा.
#UPCM @myogiadityanath आज जनपद लखनऊ स्थित के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित Chief Minister's Cup-2024 के अंतर्गत ‘मोहन बागान’ VS ‘ईस्ट बंगाल’ फुटबॉल मैच में सम्मिलित हुए। @IndianFootball pic.twitter.com/6LVr029t18
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पेनल्टी शूटआउट का समय आया. पहली हिट ईस्ट बंगाल के तन्मय ने ली जो कि गोल पोस्ट से दूर रही. मोहन बागान की की ओर से सेरतो ने हिट मारा जो कि गोल पोस्ट में समा गई. गोलकीपर दूसरी ओर चला गया. मोहन बागान 1-0 से शूटआउट में आगे हो गया. अगला ईस्ट बंगाल के विष्णु ने लिया, वह भी गोल पोस्ट से गेम को मिस कर गए. मोहन बागान की ओर से अगले शॉट को गोलकीपर आदित्य ने रोक दिया. स्कोर अभी भी एक जीरो था. ईस्ट बंगाल के ओर से मोहम्मद ने अगला शॉट मारा और उन्होंने गोल करके स्कोर एक एक से बराबर कर दिया. अगला शॉट मोहन बागान की ओर से आशिक ने मारा और इसको दो एक हो गया. इसके बाद में इस बंगाल के गोलकीपर ने गोल रोककर स्कोर को दो एक तक ही सीमित रखा. इस बंगाल के जर्सी नंबर 85 वाले खिलाड़ी ने गोल मार कर स्कोर 2-2 कर दिया. आखरी शॉर्ट में मोहन बागान के खिलाड़ी ने गोल मारकर फाइनल स्कोर को तीन दो कर दिया. जिसके साथ ही मोहन बागान ने चीफ मिनिस्टर कप फुटबॉल को जीत लिया.
बदइंतजामी ने फीकी की ईस्ट बंगाल-मोहन बागान मुकाबले की रंगत
फुटबॉल को उत्तर प्रदेश के युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने की कवायद के तहत देश के दिग्गज फुटबॉल क्लबों मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच साेमवार शाम यहां खेले जाने वाला मैच आयोजकों की बदइंतजामी का भी गवाह बना. चिर प्रतिद्धंदी मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच मैच यहां शाम साढ़े छह बजे से हजरतगंज स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर खेला जाना था. जिसको देखने के लिये नवाब नगरी के फुटबॉल प्रेमी शाम साढ़े चार बजे से ही यहां जमना शुरु हो गये थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस निशुल्क प्रदर्शनी मैच का उदघाटन करना था, जिसके चलते पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया था. स्टेडियम पर पार्किंग के लिये कोई स्थान निर्धारित नहीं होने के कारण वाहनो का प्रवेश शाम पांच बजे से ही निषेध कर दिया गया था. मैच के बाहर फुटपाथ पर पुलिसकर्मियों ने अपनी अवैध वाहन पार्किंग बना ली और वाहन से आने वाले फुटबॉल प्रेमियों को बैरियर लगा कर रोक दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में दर्शक आयोजकों को कोसते हुये स्टेडियम के बाहर से ही घर वापस होने को मजबूर हुये.