रतलाम: पिछले दिनों रीवा और सागर में जर्जर दीवार गिरने से स्कूली बच्चों सहित कई अन्य बच्चों की मौत के बाद रतलाम में नगर निगम ऐसी घटना से बचने के लिए सक्रिय हो गया है. निगम के अधिकारी शहर में जर्जर हो चुके मकानों को गिराने की कार्रवाई कर रहे हैं. पहले दिन कार्रवाई करते हुए नगर निगम ने दो जर्जर मकानों को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया. प्रशासन शहर के जर्जर मकानों का सर्वे कराकर उनके मालिकों को मकान खाली कराने का नोटिस थमा रहा है. मकान खाली होने के बाद नगर निगम का अमला उसे गिराने की कार्रवाई करेगा.
जर्जर मकानों को गिराने की हो रही है कार्रवाई
कुछ दिन पहले रीवा में जर्जर दीवार गिरने से 4 मासूम स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी तो वहीं, सागर में भी दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई थी. इन दोनों घटनाओं से सबक लेते हुए रतलाम नगर निगम शहर के जर्जर मकानों को गिराने की कार्रवाई कर रहा है. नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर सोमवार को निगम के अमले ने शहर के ब्राम्हणों का वास और शेरानीपुरा क्षेत्र में जर्जर हो चुके मकानों को खाली कराकर उसको बुलडोजर की मदद से ध्वस्त करा दिया. इसके अलावा पूरे शहर में निगम के अधिकारी जर्जर मकानों का सर्वे कर रहे हैं. ऐसे मकानों के मालिकों को नोटिस देते हुए जल्द ही घर को खाली करने का निर्देश दिया जा रहा है.
जर्जर मकानों में नहीं रहने की अपील
नगर आयुक्त रतलाम हिमांशु भट्ट ने कहा है कि, 'हम लोगों का प्रयास है कि जर्जर मकानों की वजह से कोई घटना न हो और न कोई मानवीय क्षति हो. नगर निगम की टीम ने आज दो जर्जर मकानों को खाली कराकर ध्वस्त कराया है. हमारी टीम द्वारा लोगों को ऐसे मकानों में न रहने और उसे खाली करने की समझाईश दी जा रही है. अगर मकान मालिक नहीं मानेंगे तो हम एसडीएम की मदद से ऐसे मकानों को खाली कराएंगे.' इसके अलावा निगम आयुक्त ने लोगों से जर्जर हो चुके मकानों में नहीं रहने की अपील की है.
प्रदेश में अवैध निर्माण के खिलाफ चल रहा है एक्शन
इस समय पूरे प्रदेश में मोहन यादव सरकार अवैध निर्माण के खिलाफ एक्शन में है, सोमवार को रीवा में बीहर नदी के तट पर करीब 40 एकड़ में निर्माण की जा रही अवैध कालोनी पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य रोक दिया और उसको ध्वस्त करने का काम शुरु हो गया. इसी तरह जबलपुर में नर्मदा नदी के तट पर कोर्ट के निर्माण कार्य पर रोक के आदेश के बावजूद लोगों ने नदी के 300 मीटर परिधि के दायरे में निर्माण कर लिया है. प्रशासन अब इन अवैध निर्माण को तोड़ने की तैयारी में है. इसके अलावा इंदौर में अमृतपूर कॉलोनी में 3 हजार स्कवायर फीट जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को धराशाई कर दिया गया.