अजमेर : अजमेर संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में आग लगने की सूचना पर अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा, जहां आग में फंसे एक व्यक्ति को समय पर रेस्क्यू किया गया. दरअसल, ये एक प्रकार की मौकड्रिल थी, जिसमें अग्निशमन दल ने अपनी तत्परता के साथ-साथ अपनी क्षमता को परखा. हालांकि, अचानक पहुंची दमकल की गाड़ियों से अस्पताल में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया, लेकिन कुछ देर बाद लोगों को समझ में आ गया कि अस्पताल में आग नहीं लगी है, बल्कि मॉकड्रिल चल रही है.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी जगदीश प्रसाद फुलवारी ने बताया कि फायर ब्रिगेड के कंट्रोल रूम पर सूचना मिली थी कि जेएलएन अस्पताल में आग लग गई है और एक व्यक्ति घायल हुआ है. इस सूचना पर दमकलों के साथ अग्निशमन दल भी अस्पताल पहुंच गया. आग में फंसे एक युवक को रेस्क्यू किया गया. क्रेन के जरिए ऊंची इमारत पर पानी की धार पहुंचाई गई. आग पर काबू पाने के साथ ही आग में फंसे युवक को निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. फुलवारी ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान हाइड्रोलिक लैडर का भी प्रदर्शन किया गया. उन्होंने बताया कि इस घटनाक्रम पर काबू पाने के लिए मॉकड्रिल पूरी तरह से सफल रहा. उन्होंने कहा कि उर्स मेले की अनौपचारिक रूप से शुरुआत हो चुकी है. यही वजह है कि आगे किसी भी प्रकार की ऐसी समस्याएं न हों, इसके मद्देनजर इस मॉकड्रिल का आयोजन किया गया.
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जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल सामरिया ने बताया कि दुर्घटना कहीं भी हो सकती है. ऐसे में यदि कभी अजमेर जेएलएन अस्पताल में आग लगती है, तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन दल आग पर जल्द काबू कैसे पा सकता है. इसी के मद्देनजर सोमवार को अस्पताल परिसर में मॉकड्रिल हुआ. इस दौरान आग में फंसे लोगों का रेस्क्यू कैसे किया जाए की जानकारी दी गई. वहीं, बाकायदा कचरे में थोड़ी आग भी लगाई गई, जिसकों समय पर बुझा दिया गया.
डॉ. सामरिया ने बताया कि शार्ट सर्किट से आग लग जाती, तो ऐसी स्थिति में क्या किया जाए. इस बारे में भी अग्निशमन दल के अधिकारियों ने बताया. इसके धुएं और आग के कारण छत पर यदि कोई व्यक्ति चढ़ा होता है, तो उसका रेस्क्यू कैसे किया जाए, ये भी हाइड्रोलिक लैडर के जरिए प्रदर्शित किया गया.