पटना: स्कूल की टाइमिंग के मुद्दे पर फिर से विवाद शुरू हो गया है. एमएलसी संजय कुमार सिंह ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है. इसमें स्कूल की टाइमिंग बदलने की मांग की गई है. 1 अप्रैल से मॉर्निंग स्कूल नहीं किए जाने पर संजय सिंह ने चिंता जताई है और केके पाठक की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है.
एमएलसी संजय सिंह का शिक्षा विभाग को पत्र: बिहार में एक बार फिर से स्कूल की टाइमिंग का मुद्दा गरमाने लगा है.वहीं यूनिवर्सिटी के अकाउंट फ्रीज को लेकर भी केके पाठक निशाने पर हैं. एमएलसी संजय कुमार सिंह ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को पत्र लिखकर स्कूल की टाइमिंग को तत्काल मॉर्निंग शिफ्ट में करने की मांग की है. सीएम नीतीश की सदन में की गई घोषणा की बात भी दोहराई है.
CM के आदेश का अवहेलना: पत्र के माध्यम से संजय कुमार सिंह ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी स्कूल अब भी 9 से 5 संचालित किए जा रहे हैं और एक तानाशाह अधिकारी की वजह से व्यवस्था चरमरा गई है. इन्होंने विश्वविद्यालयों के फ्रीज अकाउंट को भी तत्काल चालू कराने की मांग की है और कहा है जल्द चालू नहीं होता है तो एकेडमिक व्यवस्था ध्वस्त हो जायेगी.
क्या है विवाद का कारण: गर्मी में भी सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य सुबह के शिफ्ट में नहीं चलने का शिक्षा विभाग का आदेश हुआ था. विभाग का आदेश था कि पुराने नियम अनुसार सुबह 10 बजे से 4 बजे तक ही एक्शन कार्य विद्यालय में संचालित होंगे. इसके बाद से ही लगातार शिक्षा विभाग के इस फैसले पर सवाल उठाये जा रहे हैं.
मॉर्निंग स्कूल नहीं किए जाने पर जतायी नाराजगी: संजय सिंंह ने पत्र में लिखा है कि शिक्षा विभाग के निदेशक प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा का पूर्व में निर्देश भी है कि प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह के प्रथम/द्वितीय सोमवार से 6:30 से 11:30 बजे तक, वर्ग संचालन होगा. अब चूंकि अभी से ही भीषण गर्मी पड़ने लगी है, लू चलने जैसा मौसम हो गया है. ऐसी स्थिति में हीट बेव की पूर्णतः सम्भावना है. इस परिस्थिति में सरकार को संवेदनशील होना चाहिए, विशेषकर छोटे- छोटे बच्चों को इस गर्मी का उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है.
पहले भी संजय सिंह लिख चुके हैं पत्र: केके पाठक के खिलाफ विधान पार्षद संजय सिंह का यह कोई पहला पत्र नहीं है. इनकी कार्यशैली को लेकर संजय सिंह ने पहले भी सरकार और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा था. केके पाठक ने भी संजय सिंह के विश्वविद्यालय के वेतन पर रोक लगा दी थी. एक बार फिर से संजय सिंह के निशाने पर अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के के पाठक आए हैं. अब देखना होगा कि संजय सिंह के इस पत्र का कितना असर होता है.
नीरज कुमार भी दर्ज करा चुके हैं आपत्ति: ऐसा नहीं है कि केके पाठक के फरमान पर पहली बार शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर आपत्ति जतायी गई है. इससे पहले जदयू एमएलसी सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा था. नीरज कुमार ने कहा था कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सदन में दिए गए वचन और आश्वासन का पालन किया जाए. सरकारी विद्यालयों का संचालन प्रदेश में सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक ही किया जाए.
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