रांची: विधायक बनकर झारखंड की राजनीति करने वाले झारखंड के एक दर्जन से अधिक विधायकों की हसरतें अब लोकसभा जाने के लिए हिलोरे मार रही हैं. इसमें से कुछे ने अपनी पार्टी का टिकट पाकर सेंट्रल विस्टा की ओर एक कदम बढ़ा भी दिया है, तो कई की इंतजार की घड़ियां लंबी होती जा रही हैं. यह भी नोटिस करने वाली बात है कि राष्ट्रीय राजनीति में हिस्सेदारी निभाने की चाहत राज्य के क्षेत्रीय दलों के विधायकों से ज्यादा इच्छा राष्ट्रीय दलों से ताल्लुक रखने वाले विधायकों में देखी जा रही है.
भाजपा ने अपने दो विधायकों को बनाया लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी के सिंबल पर चुनाव जीत कर विधायक बने मनीष जायसवाल और ढुल्लू महतो को पार्टी ने क्रमश हजारीबाग और धनबाद लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा में टिकट नहीं मिलता देख मांडू विधायक जेपी पटेल ने कांग्रेस में शामिल होकर लोकसभा चुनाव का टिकट पा लिया. इसके अलावा जामा से तीन बार की विधायक रहीं सीता सोरेन ने तीर धनुष छोड़ कर कमल फूल के साथ दुमका से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा पूरी की है.
मतलब साफ है कि राज्य की राजनीति में विधायक के रूप में पहचान बना चुके कई विधायक ऐसे हैं जो टिकट पाने के लिए दल बदल भी कर सकते हैं या किया है.
इन विधायकों की उम्मीदें टूटीं
भाजपा से इस वर्ष लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले जिन माननीयों की हसरतें पूरी नहीं हो सकी उसमें पांकी से विधायक शशिभूषण मेहता, धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा और पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही का नाम शामिल है. ये लोकसभा चुनाव लड़कर दिल्ली जाना चाहते थे, लेकिन टिकट न देकर पार्टी ने दिल्ली की उनकी चाह पर विराम लगा दिया है.
I.N.D.I.A ब्लॉक में कई विधायक लोकसभा टिकट पाने की रेस में
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए I.N.D.I.A ब्लॉक की ओर से कांग्रेस ने तीन लोकसभा क्षेत्र हजारीबाग, लोहरदगा और खूंटी के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है. इसमें भाजपा से कांग्रेस में आये मांडू विधायक जेपी पटेल को हजारीबाग से टिकट मिल भी गया है. बाकी जिन जिन विधायकों ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है उसमें गोड्डा लोकसभा के लिए कांग्रेसी विधायक दीपिका पांडे सिंह और प्रदीप यादव के नाम आगे हैं. इसी तरह गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनने की इच्छा पूर्व मंत्री और टुंडी से झामुमो विधायक मथुरा महतो की रही है.
इस बार कोडरमा लोकसभा सीट माले के खाते में जाने की संभावना को देखते हुए विधायक विनोद सिंह भी कोडरमा से लोकसभा के लिए किस्मत आजमाना चाहते हैं. बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा, लोहरदगा से उम्मीदवारी के लिए अभी तक अड़े हुए हैं, तो सिंहभूम सीट से उम्मीदवार बनने की इच्छा झामुमो के विधायक दशरथ गगराई, सुखराम उरांव और जोबा मांझी की रही हैं.
ऐसे में I.N.D.I.A ब्लॉक की ओर से लोकसभा उम्मीदवारों का फाइनल लिस्ट आने के बाद ही यह तय हो पायेगा कि लोकसभा चुनाव जीत कर सेंट्रल विस्टा की ओर कदम बढ़ाने का मौका किन किन माननीयों को मिलता है और किसे अभी दिल्ली की राजनीति के लिए इंतजार करना पड़ता है.
एक दो दिन में सब कुछ साफ हो जाएगा- दीपिका पांडेय सिंह
गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार बनाये जाने के प्रबल दावेदार दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि अभी तक पार्टी की ओर से सिर्फ 03 लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार का नाम घोषित किया गया है, ऐसे में पार्टी की कार्यकर्ता होने के नाते अभी भी उन्हें उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व उन पर भरोसा जताएगी. वहीं हजारीबाग लोकसभा सीट से कांग्रेस टिकट पाने से पिछड़ गयी विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा कि पार्टी ने जिसे भी उम्मीदवार बनाया है उसे जीत दिलाने के लिए काम करना है. पार्टी ने बहुत कुछ उन्हें दिया है. वह टिकट नहीं मिलने से हताश नहीं हैं.
राजनीति में महत्वाकांक्षी होना गलत नहीं
झारखंड की राजनीति को बेहद नजदीक से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि राजनीति में अगर विधायक, सांसद बनने की तमन्ना रखते हैं तो उसमें कोई गलत नहीं है. लेकिन यह भी तय है कि सभी की इच्छाएं पूरी नहीं होंगी.
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