शिमला: हिमाचल में सियासी घटनाक्रम पल-पल नए रंग ले रहा है. विधानसभा स्पीकर की तरफ से क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 विधायकों को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया गया है. स्पीकर के फैसले के बाद अयोग्य करार विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि वे इसे अदालत में चुनौती देंगे. सुधीर शर्मा ने बताया कि बुधवार को वे सदन में मौजूद थे. स्पीकर खुद डेढ़ घंटे तक सदन में नहीं आए.
'सरकार का जाना तय'
सुधीर शर्मा का कहना है कि उनकी हस्ताक्षर की हुई हाजिरी मौजूद है. सुधीर का दावा है कि उन्हें स्पीकर की तरफ से कोई नोटिस नहीं मिला है. केवल एक सदस्य को नोटिस मिला है. वे इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे. सुधीर शर्मा ने दावा किया कि सरकार अल्पमत में है. उन्होंने कहा कि वे डरकर राजनीति नहीं करते हैं. सुधीर ने ये भी दावा किया कि इस सरकार का जाना तय है.
6 बागी विधायक पंचकूला में
उल्लेखनीय है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 विधायक इस समय पंचकूला में हैं. वहीं, स्पीकर ने उन्हें गुरुवार को सदन से बर्खास्त करने से जुड़ा फैसला सुनाया है. उसके बाद सुधीर शर्मा व अन्य विधायकों के पास हाई कोर्ट जाने का विकल्प खुला है. इसी विकल्प के तहत ये विधायक अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुबह सभी विधायकों को नाश्ते पर बुलाया था. उसके बाद अब शाम पांच बजे कैबिनेट मीटिंग भी तय की गई है.
सुक्खू सरकार पर संकट टला नहीं
हिमाचल में इस समय कांग्रेस हाईकमान किसी न किसी तरह सरकार बचाने की कोशिश में जुटा है. हालांकि बजट पारित होने के बाद सरकार अल्पमत में आने से बच गई है, लेकिन संकट टला नहीं है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह सुबह नाश्ते के आमंत्रण पर ओक ओवर नहीं गए थे. ऐसे में कांग्रेस सरकार का संकट टला नहीं है. इस समय कांग्रेस हाईकमान सभी को एकजुट रखना चाहता है. नेतृत्व परिवर्तन व अन्य मसलों पर ऑब्जर्वर्स ने कांग्रेस के विधायकों व मंत्रियों की राय जानी है. अब हाईकमान को रिपोर्ट सौंपी जानी है. देखना है कि आने वाले समय में सुखविंदर सरकार का भविष्य क्या होता है.