रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व अपने राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष की उपस्थिति में चुनाव परिणाम और हार की समीक्षा कर रही है. वहीं दूसरी ओर रविवार को पांकी से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर विधायक बने डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता को विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता या प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर तख्ती बैनर के साथ प्रदेश कार्यालय तक पहुंच गए हैं.
जनसंख्या के अनुपात में सदन और संगठन में मिले भागीदारी
पांकी के भाजपा विधायक डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता को राज्य के सैनी, मौर्य, दांगी, मेहता और कुशवाहा समाज का सर्वमान्य नेता बताते हुए अधिकार की मांग की. हाथ में अपनी मांगों के समर्थन के तख्ती बैनर लिए अलग-अलग जिलों से आये कुशवाहा दांगी समाज के लोगों ने कहा कि उनकी जाति की आबादी राज्य में 13 प्रतिशत से ज्यादा है. इसके बावजूद भाजपा में दांगी और कुशवाहा समाज को उसका हक नहीं मिला है, ऐसे में अब समय आ गया है कि भाजपा हमारे समाज को हक और अधिकार दे.
पांकी विधायक डॉ. शशिभूषण के समर्थकों ने कहा कि हमलोग हमेशा बीजेपी को वोट किया. पूरे राज्य में दो ही कुशवाहा समाज से चुनाव लड़ा जो कि सिर्फ शशिभूषण जीतने में कामयाब रहे हैं. ऐसे में हमलोगों की मांग है कि शशिभूषण को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष या प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए. समर्थकों ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को पार्टी जो भी जिम्मेदारी देना चाहे दें. लेकिन प्रदेश अध्यक्ष या विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कुशवाहा शशिभूषण मेहता को बनाया जाए.
विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार विधायकों के पास- प्रदीप वर्मा
कुशवाहा दांगी समाज के लोगों द्वारा पांकी से भाजपा विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता को नेता प्रतिपक्ष या प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग पर प्रदेश भाजपा महामंत्री और राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने प्रतिक्रिया की. उन्होंने कहा कि विधायक दल का नेता कौन बनेगा, इसका फैसला विधायक तय करते हैं. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से सबको अपनी बात रखने का अधिकार है और संगठन उसपर निर्णय लेता है.
ये भी पढ़ें- विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता दिल सेः कहा- मेरी जीत से गरीब, दलित, शोषित समाज में खुशी - Jharkhand Assembly Election
रांची में लगातार दूसरे दिन भाजपा की समीक्षा बैठक, विधानसभा चुनाव में हार के कारणों पर चर्चा