धमतरी : धमतरी जिले का वनांचल एरिया नक्सलियों के लिए जाना जाता है. यहां आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है. सिहावा विधानसभा क्षेत्र का अतिसंवेदनशील क्षेत्र और टाइगर रिजर्व का रिसगांव विकासविहिन क्षेत्र है. इस क्षेत्र में सड़क,पानी,बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है. लेकिन इस क्षेत्र के लिए बुधवार का दिन ऐतिहासिक रहा.क्योंकि रिसगांव के आश्रित ग्राम करका में नवीन स्कूल के लोकार्पण कार्यक्रम में पहली बार कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा.इस गांव में आजादी के बाद पहली बार स्कूल का उद्घाटन करने के लिए विधायक अंबिका मरकाम पहुंची.
महिला विधायक ने रखा कदम : जिस गांव में जनप्रतिनिधियों ने जाने की नहीं सोची वहां महिला विधायक ने कदम रखा. महिला विधायक का ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इसके बाद गांव के स्कूल भवन का लोकार्पण किया. वहीं गाव में विधायक ने देवी देवता के स्थान में पूजा अर्चना कर गाव में सुख शाति के लिए प्रार्थना की.इस दौरान विधायक ने देवगुड़ी के लिए भूमिपूजन किया.
''मुझे क्षेत्र की जनता ने विधायक चुना है और मैं जहां कोई नहीं पहुंचा वहां आई हूं. ग्रामीणों की समस्याएं जानकर उनसे आपसी संबंध स्थापित कर रही हूं ताकि कोई भी अपनी समस्या के समाधान के लिये संकोच ना करे. मैं इन्हीं के बीच की हूं और समाज की भी. इसलिए चाहे नक्सल गढ़ हो या पहुंचविहीन. मुझे जाने से कोई नहीं रोक सकता.''- अंबिका मरकाम, विधायक
आपको बता दें कि दो दिन पहले रविवार को करका से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर आमझर में पुलिस और नक्सली मुठभेड़ हुई थी.जहां एक नक्सली का एनकाउंटर भी हुआ. ऐसे में इस पहुंचविहीन क्षेत्र में अधिकारी और नेता आने से गुरेज करते हैं. रिसगांव पंचायत मुख्यालय से छह किलोमीटर की दूरी जंगल अंदर सोंढुर डैम के डुबान मे यह ग्राम बसा हुआ है. जहां सड़क भी नही है. ऐसे में विधायक पगडंडी और नदी नाले के रास्ते को पार करके गांव पहुंची थी.