मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : एक तरफ जहां अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस में महिलाओं का सम्मान हो रहा था. वहीं दूसरी तरफ मनेंद्रगढ़ में मितानिनों ने इस दिन को सेलिब्रेट करने के बजाय विरोध का जरिया बनाया.छत्तीसगढ़ मितानिन संघ ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.मितानिन संघ अपनी दो सूत्रीय मांगों को पूरा करने का वादा सरकार को पूरा करने के लिए कह रहा है.
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप : मितानिन संघ का आरोप है कि चुनाव से पहले सरकार ने उन्हें मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था.लेकिन सरकार बनने के बाद किसी ने भी उनकी मांगों को लेकर जरा भी दिलचस्पी नहीं दिखाई. मितानिन संघ ने चेतावनी दी है कि अभी सिर्फ वो चार दिन का आंदोलन कर रही हैं,यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में 11 दिवसीय आंदोलन होगा.यही नहीं जिला स्तर से उठकर मितानिन संघ राज्य स्तरीय आंदोलन रायपुर में जाकर करेगा.
''बीजेपी ने चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में हमारी मांगों को लेकर आश्वासन दिया था. हमारी दो सूत्रीय मांगें हैं. जिनमें मितानिनों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन यानी NHM से जोड़ा जाए. साथ ही प्रोत्साहन राशि और क्षति पूर्ति में 50 प्रतिशत राशि की वृद्धि हो.'' उषा सिंह, मितानिन जिला अध्यक्ष
हाथों में ढोल मंजीरा लेकर प्रदर्शन : मितानिन संघ का कहना है कि चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी पर भरोसा करके सत्ता में वापस लाया.लेकिन अब तक सरकार ने मांगों को लेकर कोई भी फैसला नहीं लिया है. अपने हक में फैसला नहीं होता देख मितानिन संघ रायपुर जाकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहा है.फिलहाल मितानिन संघ हाथों में ढोल मंजीरा लिए सरकार के नुमाइंदों तक अपनी आवाज पहुंचाने में लगा है.