गौरेला पेंड्रा मरवाही: लाटा के एकलव्य आदिवासी आवासीय विद्यालय से गुरुवार की देर रात दो बच्चे फरार हो गए थे. फरार बच्चों को शुक्रवार को उनके रिश्तेदारों के घर से बरामद कर लिया गया. जबतक फरार बच्चे मिल नहीं गए तबतक स्कूल प्रबंधन की सांसें अटकी रही. स्कूल के शिक्षक से लेकर प्रिसिंपल तक बच्चों की तलाश में खाक छानते रहे. इससे पहले भी इसी छात्रावास से बच्चे लापता हो गए थे. इस घटना के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने कोई सबक सीखा.
कैसे फरार हुए बच्चे: गौरेला के लाटाा टिकरकला कंपोजिट बिल्डिंग में एकलव्य आवासीय विद्यालय संचालित होता है. गुरवार की रात करीब तीन बजे दो बच्चे खिड़की से कूदकर हॉस्टल ले फरार हो गए. घटना की सूचना तुरंत चौकीदार और स्टॉफ ने अपने ऊपर के अधिकारियों को दी. अधिकारियों को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली तुरंत बच्चों को खोजने के लिए कर्मचारियों को दौड़ा दिया गया. खोजबीन के दौरान पता चला कि दोनों बच्चे अपने अपने रिश्तेदारों के घर पर हैं. दोनों बच्चों को रिश्तेदारों के घर से हॉस्टल लाया गया. एक बच्चा कक्षा नवीं का छात्र है तो दूसरा बच्चा कक्षा सातवीं का छात्र है.
पहले भी छात्रावास से भाग चुके हैं बच्चे: लाटा आवासीय विद्यालय से पहले भी बच्चों के भागने की घटना घट चुकी है. पूर्व में एक बच्चा तो बेहोशी की हालत में तालाब किनारे से बरामद हुआ था. पूर्व में बच्चों के लापता होने के बाद भी हॉस्टल में सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं किए गए. प्रिसिंपल का अब कहना है कि वो जल्द ही हॉस्टल को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर देंगे. छात्रावास में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक अब इस बात से परेशान हैं कि कहीं उनका बच्चा भी किसी दिन यहां से लापता नहीं हो जाए.