जौनपुर: जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र इमरानगंज बाजार में सोमवार दिनदहाड़े पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव (40) को अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी और मौके से फरार हो गए. स्थानीय लोग खून से लथपथ पड़े आशुतोष को सीएचसी शाहगंज लेकर पहुंचे. लेकिन, डॉक्टरों ने आशुतोष को मृत घोषित कर दिया.
वहीं इस वारदात के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये. परिजनों ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण यह वारदात हुई. बार-बार पुलिस को इस बारे में बताया गया था, कि आशुतोष को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. लेकिन, पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया.
आक्रोशित परिजन और स्थानीय पुलिस को शव उठाने नहीं दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ वारदात की सूचना मिलने के बाद शाहगंज विधायक रमेश सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया. लेकिन, इस घटना के बाद से जौनपुर पत्रकारों में आक्रोश का नजर आया. इस मामले को लेकर जौनपुर के पत्रकारों ने पत्रकार भवन में बैठक की.
वहीं घटना को लेकर मृतक की परिवार की महिला (भयेहु) ने बताया, कि आज सुबह नाश्ता करके आशुतोष श्रीवास्तव घर से निकले हुए थे. घर से थोड़ी दूर पर अज्ञात बदमाशों ने गोली मार कर आशुतोष श्रीवास्तव को मौत की नींद सुला दिया. परिजनों ने बताया, कि पुलिस को इस घटना की पहले से ही आशंका थी. परिजनों के अनुसार पुलिस ने आशुतोष को बताया था, कि कुछ शूटर आपकी हत्या कर सकते हैं. ऐसे में आप अपने घर से बाहर न निकले.
ऐसे में पुलिस पर एक बड़ा सवाल उठता है, कि अगर इस तरह की पुलिस को इनपुट थी, तो इस पर पुलिस ने काम क्यों नहीं किया? क्या पुलिस घटना के होने का इंतजार कर रही थी. फिलहाल, इस घटना को लेकर अभी तक पुलिस का कोई भी ऑफिशियल बयान मीडिया के सामने नहीं आया है.