भरतपुर: जिले में उच्चैन थाना क्षेत्र के गांव धौर्र नगला में शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे गाड़ी व बाइकों से आए करीब 15-20 बदमाश एक स्कूल बस में घुस गए. बदमाशों ने बस में जमकर उत्पात मचाया. छात्राओं की यूनिफॉर्म फाड़ दी. छात्रों ने विरोध किया तो कनपटी पर पिस्टल तान दी. करीब 15 मिनट तक बदमाशों ने स्कूली छात्रों से मारपीट की, पैर पकड़वाए. बस चालक से 10 हजार रुपए लूटकर भाग गए. बाद में परिजनों ने थाने पहुंच कर मामला दर्ज कराया.
वहां से गुजर रहे गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम के काफिले को रोककर पूरी घटना की जानकारी दी. गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह ने एसएचओ को आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. जानकारी के अनुसार निजी स्कूल बस चालक हरगोविंद पुत्र महेशचंद स्कूल में चालक के पद पर कार्यरत है. दोपहर दो बजे बस में बच्चों को लेकर भरतपुर से रवाना हुआ. इसके बाद बस में सवार आयुष पुत्र राजवीर निवासी जयचौली कुछ लोगों को फोन करके सूचना देता रहा. जब बस नगला धौर्र और जयचौली के पास आई तभी एक गाड़ी व बाइकों से करीब 15-20 लोग आए.
इनमें से कुछ की पहचान राहुल पुत्र प्रभु मीणा निवासी जयचौली, अमित मीणा निवासी उच्चैन, आयुष पुत्र राजवीर निवासी जयचौली ने सभी बदमाशों को जिनके पास लाठी-डंडे, पिस्टल, पंच इत्यादि लेकर बस में घुस आए और आयुष ने सभी की तरफ इशारा करके बोला इनको मारो और आयुष ने कुछ लोगों के साथ मिलकर छात्राओं की स्कूली यूनीफार्म फाड़े. जब बस में सवार अन्य बच्चों ने इसका विरोध किया तो डंडों से उनको पीटने लगे और बच्चों की कनपटी पर पिस्टल रखकर पैर पकड़वाए.
बस चालक ने बताया कि बदमाशों ने हमारे साथ भी मारपीट कर वेतन के मिले 10 हजार रुपए को मुझे पिस्टल दिखाकर छीन ले गए. घटना में कुछ बच्चे चोटिल हुए है. वहीं, घटना को लेकर गहनौली, लखनपुर व उच्चैन थाना पुलिस जाप्ता ने बदमाशों को तलाश करना शुरू कर दिया है. उच्चैन एसएचओ प्रदीप कुमार ने बताया कि तीन टीमें बदमाशों की तलाश के लिए रवाना कर दी गई हैं.
राज्यमंत्री के सख्त निर्देश : घटना के बाद आक्रोशित छात्र-छात्रा व उनके परिजन उच्चैन थाने पर आ गए और बदमाशों को गिरफ्तारी की मांग करने लगे. वहीं, बयाना से लौट रहे नगर विधायक एवं गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह को उच्चैन तिराहे पर रोककर बच्चों ने अपनी आप बीती सुनाई. मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने थानाप्रभारी को फोन कर चेतावनी देते हुए कहा कि इलाके में गुंडागर्दी का नामो निशान भी नहीं रहना चाहिए.