कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN) से जुड़ा डेटा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को जारी किया है. नोटिफिकेशन में जारी डेटा के अनुसार बीते साल की अपेक्षा इस साल 43 फीसदी अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ी है. हालांकि, नोटिफिकेशन में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इसे महज 27 फीसदी बढ़ोतरी ही बताया है. एनटीए के जारी किए गए आंकड़ों से साफ हो रहा है कि इंजीनियरिंग के प्रति विद्यार्थियों का रुझान साल 2024 में अचानक से बढ़ा है.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि एनटीए जेईई को करवा रही है. यह इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा पूरी तरह से मैथमेटिक्स बेस्ड रहती है. ऐसे में उन्हीं के डेटा जारी करने में इस तरह की कैलकुलेशन में गड़बड़ हुआ है, जो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की साख को गिरा रहा है.
एक ही नोट में अलग-अलग जगह बदला डाटा : देव शर्मा का कहना है कि एनटीए की ओर से जारी किए गए डेटा के अनुसार एक जगह पर अभ्यर्थियों की संख्या 12,31,874 बता दी है, जबकि दूसरी जगह पर यही संख्या कुछ अलग है. वहीं, बी-आर्क, बी-प्लानिंग, बीई और बीटेक सभी को मिलाकर परीक्षार्थियों की संख्या 12,95,617 है. इसमें बीई और बीटेक के अभ्यर्थियों की संख्या 12,21,615 और बीआर्क और बी-प्लानिंग के अभ्यर्थियों की संख्या 74,002 है.
बीते साल से इस तरह बढ़े 43 फ़ीसदी विद्यार्थी : एनटीए के जारी किए गए आंकड़ों से साफ हो रहा है कि इंजीनियरिंग के प्रति विद्यार्थियों का रुझान साल 2024 में अचानक से बढ़ा है. साल 2023 से 2024 में 43 फीसदी अधिक विद्यार्थियों ने जेईई मेन प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्टर किया है. साल 2022 और 2023 में लगभग 8.5 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश परीक्षा में रजिस्टर किया था, वहीं साल 2024 में यह संख्या अचानक से बढ़कर 12.31 लाख हो गई है. इस बढ़ी हुई संख्या के कारण एग्जाम में स्टूडेंट्स के बीच कंपटीशन भी बढ़ गया है.
लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या आधी : देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन 2024 के तहत महिला परीक्षार्थियों की सफलता के अवसर अत्यधिक हैं. इसके दो कारण हैं, पहला महिला परीक्षार्थियों की संख्या पुरुषों की संख्या की तुलना में आधी से भी कम है. इस परीक्षा में 8.24 लाख पुरुष और जबकि महिलाएं 4.06 लाख हैं. दूसरा कारण ये है कि महिला परीक्षार्थियों के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की नीतियों के अनुसार इंजीनियरिंग संस्थानों में अतिरिक्त सुपर न्यूमरेरी सीट्स भी उपलब्ध हैं. देव शर्मा ने बताया कि इस प्रवेश परीक्षा में सर्वाधिक प्रतिस्पर्धा ओबीसी एनसीएल कैटेगरी के विद्यार्थियों में है, क्योंकि इस कैटेगरी में रजिस्टर्ड विद्यार्थियों की संख्या सर्वाधिक हैं.
अभ्यर्थियों के अटेंडेंस भी 95.8 फीसदी : साल 2023 में जेईई मेन में अटेंडेंस का रिकॉर्ड बना था. इस बार 2024 में भी इस मामले में रिकॉर्ड बना है. बैचलर आफ टेक्नोलॉजी और बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग के लिए 12,21,615 विद्यार्थी रजिस्टर्ड थे. इनमें से 11,70,036 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे हैं, यह प्रतिशत 95.8 है. वहीं, बीआर्क और बी-प्लानिंग के लिए हुए परीक्षा में 74,002 विद्यार्थियों में रजिस्ट्रेशन करवाया था. इनमें से 55,493 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है, यह 75 फीसदी उपस्थिति है.
नकल रोकने के लिए लगाए 5G जैमर : इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए 5G जैमर का भी उपयोग परीक्षा केंद्र के आसपास किया गया था. इसके अलावा सीसीटीवी सिस्टम से पूरी मॉनिटरिंग भी की गई है. वहीं, केंद्रीय कंट्रोल रूम भी बनाया गया था. पूरी परीक्षा के सफल संचालन के लिए दो नेशनल, 18 रीजनल व 303 सिटी कोऑर्डिनेटर लगाए गए थे. इसके अलावा 1083 ऑब्जर्वर, 50 टेक्निकल ऑब्जर्वर और 162 डिप्टी ऑब्जर्वर भी लगाए गए.