देहरादून: प्रोविंशियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) में तैनात एक जवान द्वारा टिहरी की नाबालिग से दुष्कर्म किया गया. पीड़िता ने देहरादून के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय में शिशु को जन्म दिया. लेकिन दूसरे दिन ही शिशु की मौत हो गई. मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने पीड़िता से मुलाकात की और डॉक्टरों से नाबालिग के स्वास्थ्य का हाल जाना.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता का हालचाल जाना. सूर्यकांत धस्माना के मुताबिक, कैंपटी थाने के तहत आने वाली स्थानीय नाबालिग के साथ पीएसी में तैनात सिपाही ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया. इसके बाद उसपर दुश्चरित्र होने का आरोप लगाकर उसे डराना, धमकाया और शादी करने से इंकार किया.
धस्माना ने आगे कहा, लड़की जो 17 साल की थी और 7 महीने की गर्भवती थी, को 13 सितंबर को देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उसने एक नवजात को जन्म दिया, जिसकी अगले दिन मौत हो गई. उन्होंने इस मामले को गंभीर बताया है. धस्माना ने कहा कि मामले में दो आरोपियों के खिलाफ कैंपटी थाने में 13 सितंबर को मुकदमा दर्ज हो गया था. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने टिहरी से पुलिस अधिकारी को फोन कर इस बात पर गहरी नाराजगी भी जाहिर की है.
नाबालिग हुई डिस्चार्ज: वहीं, अस्पताल के पीआरओ प्रमोद पंवार ने कहा कि 7 महीने की गर्भवती नाबालिग को 13 सितंबर की सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसने बच्चे को जन्म दिया था. लेकिन दूसरे दिन ही उसकी मौत हो गई. नियमानुसार अस्पताल ने पुलिस को सूचना 13 सितंबर को ही दे दी थी. इस दौरान किशोरी को ऑब्जर्वेशन में रखा गया और आज 17 सितंबर को नाबालिग की हालत सामान्य होने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस दौरान किशोरी के साथ उसका भाई और पुलिस भी मौजूद रही.
वहीं, इस मामले पर कैंपटी थानाध्यक्ष का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया है, आगे की कार्रवाई जारी है. जिस पीएसी जवान पर आरोप लगा है, उसकी जम्मू चुनाव के मद्देनजर ड्यूटी लगी है.
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