बुलंदशहर : संजय निषाद ने अखिलेश यादव के STF को 'स्पेशल ठाकुर फोर्स' बताने वाले बयान पर पलटवार किया है. कहा है कि 7 जून 2015 में रेल आंदोलन में 60 हजार लोग थे. पुलिस ने गोली चलाई थी तो अखिलेश बताएं कि वह कौन सी फोर्स थी. सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट कहती है कि अपनी संख्या के हिसाब से मिल्कमैन 100 गुना ज्यादा नौकरी में हैं. इसका मतलब गोली चलाने वाले लोग वही थे. कहा कि और भी एनकाउंटर हुए हैं, उनके लिए आवाज क्यों नहीं निकली. कहा कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती. अगर अपराधी को जाति बिरादरी का मानते हैं, इसका मतलब आप अपराधी की सरकार, अपराधी की पार्टी हो.
संजय निषाद ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि यह तो दुनिया में जगजाहिर है. झूठ, भय, भ्रम फैलाना आजकल विपक्ष का काम है. झूठ की खेती करके उसपर फसल उगाना चाहते हैं. अब यह समाज मूर्ख नहीं है. दुनिया में भारत के विरोध में बोलने वालों के साथ खड़ा रहना, भारत की राष्ट्रीयता पर प्रश्न करना, जो हमारा राष्ट्रवाद है उसके खिलाफ रहना और उसके खिलाफ बोलना. जो आज उनके साथ हैं कल वह आतंकवादियों के भी साथ रहेंगे.
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे को लेकर कहा कि बहुत देर कर दी आते-आते. इससे पहले ही इनको इस्तीफा दे देना चाहिए था. कोर्ट ने कह दिया है कि आप शून्य हैं. न दशखत कर सकते हैं, न फाइल पास कर सकते हैं. अधिकार विहीन शून्य मुख्यमंत्री रहकर क्या करेगा. मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री जनता का अभिभावक होता है. अभिभावक ही भ्रष्टाचारी हो जाए तो उसके रहने का क्या अर्थ.
अखिलेश के भारतीय जनता पार्टी में अंतरकलह के बयान को लेकर कहा कि आज चुनाव के लिए सपा की स्टार प्रचारक की जो सूची निकली है, उसमें उनके चाचा का नाम नहीं है. इससे ज्यादा अंतरकलह कहां देखा जा सकता है. इसके साथ ही संजय निषाद ने केंद्र और राज्य सरकार की ओर से निषाद समुदाय के लिए चलाई जाने वालीं योजनाएं भी गिनाईं.