पटना: बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है, 50 दिनों से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हो रही थी लेकिन आखिरकार 21 नए मंत्रियों ने शपथ लिया. बीजेपी से 12 मंत्रियों ने शपथ लिया है, इस दौरान मिथिलांचल से आने वाले नीतीश मिश्रा ने भी एक बार फिर से मंत्री पद की शपथ ली है. पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के पुत्र नीतीश मिश्रा ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा कि बीजेपी ने जो भरोसा जताया है, इसके लिए उन्हें आश्वासन देते हैं कि जो भी जिम्मेदारी है उसे सही ढंग से पूरा करेंगे.
मिथिलांचल में दिखेगा लोकसभा चुनाव का असर: नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार में लोकसभा चुनाव में एनडीए का बेहतर परफॉर्मेंस होगा, इसका मिथिलांचल में भी असर पड़ेगा. 2020 विधानसभा चुनाव में भी मिथिलांचल ने एनडीए के पक्ष में अपना समर्थन दिया था और इस बार भी मिथिलांचल की जनता एनडीए के साथ है. वहीं फिर से मंत्री बनने के बाद मंगल पांडे ने कहा कि न केवल बिहार में बल्कि बंगाल में भी एनडीए इस बार शानदार प्रदर्शन करेगी.
"बीजेपी ने जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरूंगा. बिहार में लोकसभा चुनाव में एनडीए का बेहतर परफॉर्मेंस देखने को मिलेगा. इसका मिथिलांचल में भी जबरदस्त असर पड़ेगा."-नीतीश मिश्रा, मंत्री, बीजेपी
पुराने मंत्रियों को मिली जगह: जदयू कोटे से फिर से बनाई गई मंत्री शीला मंडल का कहना था की महिला सशक्तिकरण के काम को और आगे बढ़ाएंगी. मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से जो भरोसा जताया है उस पर खरी उतरेंगी. मंत्रिमंडल में शीला मंडल के अलावे लेसी सिंह और रेणु देवी को आधी आबादी से मंत्री बनाया गया है. जहां जेडीयू में सभी पुराने मंत्रियों को फिर से मौका दिया गया है.
एक नए चहरे के मिली जगह: बता दें कि महेश्वर हजारी जो एकमात्र नया चेहरा हैं, जिन्हें संजय झा के स्थान पर मंत्री बनाया गया है. वहीं भाजपा में कई नए चेहरे को मौका मिला है. इसमें दिलीप जायसवाल, संतोष कुमार सिंह, हरि सहनी, सुरेंद्र मेहता, केदार गुप्ता, कृष्णनंदन पासवान और नीतीश मिश्रा भी शामिल हैं.
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