रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद इन दिनों राज्य सरकार के मंत्रीगण अपने-अपने विभाग की समीक्षा करने में जुटे हैं. इसी क्रम में बुधवार को झारखंड सचिवालय में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने मैराथन बैठक की. जिसमें विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी और राज्य के विभिन्न विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहे. इस मौके पर विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह विभाग गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों से सीधा जुड़ा है. इसलिए किसी भी प्रकार की लापरवाही या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बैठक में अधिकारियों को शख्त हिदायत
समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य के लगभग 5.5 लाख उपभोक्ताओं को राशन कार्ड से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई भी परिवार अनाज के अभाव में भूखा न रहे. इसके अलावे सोहराय पर्व के अवसर पर बेहतर गुणवत्ता की धोती, लूंगी और साड़ी का वितरण करें. मंत्री इरफान अंसारी ने इस योजना में पूर्व में हुई गड़बड़ियों की शिकायतों पर सख्ती से जांच कराने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया.
बैठक में झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत चावल का वितरण 5 किलो से बढ़ाकर 7 किलो करने का निर्देश दिया गया. साथ ही राज्य में उत्पादित धान को झारखंड के बाहर नहीं भेजने का भी निर्देश दिया गया. विभागीय मंत्री ने कहा कि झारखंड के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में भी चावल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा, ताकि कोई भी परिवार वंचित न रह सके. बैठक के दौरान विभाग को और अधिक सक्षम बनाने के लिए 286 एजीएम की बहाली आउटसोर्सिंग के माध्यम से करने का निर्णय लिया गया. मंत्री इरफान अंसारी ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि गलत कार्य करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी, जबकि अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा.
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