देहरादूनः लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब उत्तराखंड सरकार विकास कार्यों पर जोर देने के साथ ही विभागीय बजट को खर्च करने पर जोर दे रही है. इसी क्रम में मंत्री धन सिंह रावत ने मंगलवार को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, उच्च शिक्षा, समग्र शिक्षा और एनएचएम के विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए विभाग को आवंटित बजट समय पर खर्च करने के निर्देश दे दिए.
बैठक के दौरान मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को बजट खर्च करने के लिए अगले 100 दिनों का रोडमैप तैयार करने को भी कहा गया है. ताकि, सरकार की ओर से आवंटित बजट समय पर खर्च किया जा सके. मंत्री ने कहा कि विभागों के योजनाओ के प्राप्त कुल बजट के सापेक्ष खर्च का ब्योरा तलब किया. सालाना आय-व्यय की विभागीय समीक्षा के दौरान मंत्री ने बजट खर्च की धीमी रफ्तार पर अधिकारियों से नाराजगी भी जताई. साथ ही बजट खर्च की गति को बढ़ाने के निर्देश दिए.
मंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को विभागाध्यक्षों का स्पष्टीकरण मांगने के भी निर्देश दिए. डॉ. रावत ने कहा कि सरकार के पास जनकल्याण की योजनाओं के लिए बजट की कोई कमी नहीं है. लेकिन फिर भी कई विभागीय अधिकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने और बजट खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं. ऐसे में जो विभाग समय पर बजट खर्च नहीं करेगा, उस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जवाबदेही तय की जाएगी. यही नहीं, मंत्री रावत ने विभागों में समय पर बजट खर्च करने के लिए अगले 100 दिनों का रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए.
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