सहरसा: बिहार के सहरसा में पुलिस ने मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन किया. यहां से बड़ी मात्रा में निर्मित व अर्द्ध निर्मित हथियार, जिंदा कारतूस एवं निर्माण सामग्री बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. सहरसा पुलिस लोकसभा चुनाव से पहले इस कार्रवाई को बड़ी कामयाबी मान रही है. गिरफ्तार किये गये सभी अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
क्या है मामलाः सहरसा के एसपी हिमांशु ने पुलिस कार्यालय में प्रेसवार्ता कर घटना की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बनमा इटहरी थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनियां गांव में महबूब आलम के घर पर मिनीगन फैक्ट्री संचालित है. तत्काल एसडीपीओ सिमरी बख्तियारपुर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. जिसमें डीएसपी साइबर के अलावे अन्य पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया.
पुलिस कर रही कार्रवाईः पुलिस टीम ने लक्ष्मनियां गांव में महबूब आलम के घर पर छापेमारी की. वहां से 11 अवैध हथियार एवं 152 जिंदा कारतूस बरामद किया गया. अवैध हथियार के निर्माण और मरम्मत में प्रयुक्त अवैध सामग्री एवं उपकरण बरामद किया गया. मिनीगन फैक्ट्री के संचालक महबूब आलम अपने दो पुत्र कासिफ राजा एवं अली राजा के साथ मिलकर कारतूस व हथियार निर्माण के अलावे मरम्मत करता था.
"मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन कर सहरसा पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. तीनों बाप-बेटा पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर ही है."- हिमांशु, एसपी
इसे भी पढ़ेंः सहरसा में अवैध हथियार के साथ मुखिया और वार्ड सदस्य गिरफ्तार, 28 जिंदा कारतूस बरामद - Mukhiya Arrested In Saharsa