सागर (कपिल तिवारी): आपने देखा होगा कि आमतौर पर लोग बेसन से नमकीन सेव बनाते हैं और उसे बड़े चाव से खाते हैं. बेसन के बने सेव किसी भी तरह की नमकीन तैयार के करने के लिए जरूरी होते हैं, लेकिन ये जानकर हैरानी होगी कि बेसन के अलावा कोदो, कुटकी और रागी जैसे मोटे अनाजों से भी सेव नमकीन बनाया जा सकता है. ये नमकीन स्वाद के साथ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. सेव को अगर आप नमकीन के तौर पर खाना चाहते हैं, तो इसमें नमकीन वाली दूसरी चीजें मिलाकर इसे और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं.
मिलेट्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
युवा किसान आकाश चौरसिया कहते हैं कि "अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिलेट्स को बढ़ावा देने का नवाचार शुरू किया गया है. मिलेट्स लुप्त होते मोटे अनाज की किस्में हैं. भारत का मूल खाना मोटा अनाज ही है. हम लोग पहले सावा, कोदो, कुटकी, रागी और मोटे अनाज की कैटेगरी के चावल पकाते थे और उसे ही खाते थे. इसका हमने एक ट्रायल किया है कि कैसे समाज को जागरूक करें कि वो मोटे अनाज की तरफ रुख करें. जैसे हम लोग बेसन से सेव बनाते है उसी तरह हमने मिलेट्स से सेव बनाने का प्रयास किया है."
कैसे बनाएं मिलेट्स से सेव नमकीन
किसान आकाश चौरसिया ने बताया कि कैसे उन्होंने मिलेट्स के नमकीन सेव बनाया. उन्होंने बताया कि "मिलेट्स के सेव बनाने के लिए बराबर मात्रा में कोदो, कुटकी और रागी लेकर रात भर के लिए पानी में फूलने के लिए डाल दिया. सुबह पानी निथारकर उसको लगभग 4 से 5 दिन तक सुखाया और सुखाने के बाद इसका आटा तैयार किया. आटा बनाने के बाद कच्ची घानी के कोल्हू वाले मूंगफली के तेल में तीनों मिलेट्स मिलाकर स्वादानुसार नमक और अजवाइन मिलाकर सेव नमकीन तैयार कर ली. उन्होंने कहा, इसका स्वाद भी बेसन के सेव की तरह काफी अच्छा होता है."
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'मिलेट्स नमकीन खाने के हैं कई फायदे'
युवा किसान आकाश बताते हैं कि "मिलेट्स से तैयार सेव सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है. इसमें तमाम तरह के विटामिन जैसे ओमेगा-3, विटामिन बी-12, फास्फेट, मैग्नीशियम, कैल्शियम जैसे तत्व मिलते हैं. इसे हम मेडिसिनल सेव भी कह सकते हैं. बेसन का सेव खाने पर भारीपन महसूस होता है लेकिन मिलेट्स के सेव खाने से ऐसा नहीं होता. मेरा किसानों से आग्रह है कि वो मिलेट्स उगाएं और उनसे अलग-अलग रेसिपी बनाकर समाज को बताएं ताकि मिलेट्स को फिर से पुराना स्थान मिल सके."