ETV Bharat / state

लोन दिलाकर 200 महिलाओं से ठगी, 46 लाख ले उड़े दंपती - MICRO FINANCE LOAN FRAUD

कोरबा में लोन दिलाकर 200 महिलाओं को 46 लाख की ठगी की गई है.

Micro Finance loan Fraud
लोन दिलाकर 46 लाख की ठगी (ETV Bharat Chhattisgarh)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 9, 2024, 6:05 PM IST



कोरबा : माइक्रो फाइनेंस कंपनी से महिलाओं को लोन दिलाकर 46 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. महिलाओं की माने तो उन्हें ये कहकर अलग-अलग कंपनियों से लोन दिलवाया गया कि लोन के पैसों को निवेश किया जाएगा. इसके बाद सभी को तगड़ा मुनाफा होगा.फिर हर महीने लोन के बदले 500 रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे.

पैसा कमाने की स्कीम से ठगी : ज्यादा पैसा कमाने की स्कीम के चक्कर में ग्रामीण और बस्तियों में निवास करने वाली महिलाएं झांसे में आ गईं.इसके बाद महिलाओं ने जो पैसा बैंक से निकाला था उसे ठगी करने वाले दंपती को दे दिया. महिलाओं को भरोसे में लेने के कुछ महीनों तक किस्त और मुनाफे की राशि दंपती ने उन्हें दी भी.लेकिन पिछले कुछ दिनों से दंपती का मोबाइल बंद है. जिसकी शिकायत महिलाओं ने पुलिस से की है.

लोन दिलाकर 200 महिलाओं से ठगी (ETV Bharat Chhattisgarh)

महिला समूह की 200 सदस्यों से ठगी : ये पूरा मामला उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम नवापारा का है. ठगी करने वाले दंपती भी स्थानीय हैं. एसपी को दिए लिखित आवेदन में ठगी की शिकार आरती, अंशु बाई समेत कई महिलाओं ने जिक्र किया है कि संजीव बरेठ और उसकी पत्नी सुमन बरेठ ने ग्रामीण कुटा बैंक, आरपीएल, बीएमएस, ग्राम शक्ति, अन्नपूर्णा और यूनिटी जैसे माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से ग्रामीण महिलाओं को लोन दिलवाया था. 200 महिलाओं को छोटे-छोटे अमाउंट के लोन दिलवाए गए थे.

46 लाख का लोन मिला : सभी महिलाओं को 46 लाख रुपए का लोन इन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से दिलवाया गया. लोन दिलवाने की पूरी प्रक्रिया में ठग दंपती ने समूह की महिलाओं की पूरी सहायता की. अपने सुपरविजन में प्रक्रिया को पूरा करवाया. इसके बाद सुमन बरेठ ने कहा कि लोन की राशि को फ्लोरा मैक्स स्कीम में लगाया जाएगा. वहीं जो भी किस्त फाइनेंस कंपनी की होगी वो हम लोग चुकाएंगे. यही नहीं किस्त की राशि के अलावा 500 रुपए सभी महिलाओं को दिए जाएंगे. इस झांसे में आकर सभी महिलाओं ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से जितनी भी लोन की राशि थी उसे ठग दंपती को दे दी.


पैसे लेकर ठग दंपती फरार : ग्राम नवापारा की महिलाओं ने जैसे ही माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लिए गए लोन की राशि को ठग दंपती संजीव और सुमन बरेठ के दी, उनका असली चेहरा सामने आ गया. ठग दंपती ने कुछ महीनों तक लोन की किस्त और अतिरिक्त राशि वादे के मुताबिक महिलाओं को दी.लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों का कोई अता पता नहीं है. अब महिलाओं ने बड़े पैमाने पर हुई इस ठगी की शिकायत एसपी से की है. पुलिस भी मामले की जांच कर रही है. लेकिन अब तक लगभग 200 महिलाओं से ठगी करने वाले बरेठ दंपती का कुछ भी पता नहीं चला है.

माइक्रो फायनेंस कंपनी से लोन दिलाकर हमें कहा गया कि लोन की किस्त पटाएंगे और ज्यादा पैसा भी देंगे.लेकिन अब सब भाग गए हैं-आरती, पीड़ित

हमें कहा गया कि धंधा पानी करवाएंगे.मुनाफा होगा किस्त की रकम भी जमा होगी.भरोसा करके हम पैसा दे दिए अब सभी फरार हैं-अंशु, पीड़ित


माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की भूमिका भी संदिग्ध : माइक्रो फाइनेंस कंपनियों ने जो लोन लगभग 200 महिलाओं को दिया है, लोन देने की इस प्रक्रिया में ठग दंपती महिलाओं के साथ थे. कंपनी ने पूरी प्रक्रिया को पूरा कराया. अब जबकि ठग दंपती फरार हो चुके हैं. तब माइक्रो फाइनेंस कंपनियां ठगी की शिकार लोन लेने वाली महिलाओं पर किस्त चुकाने का दबाव बना रही हैं.जिसके कारण महिलाएं परेशान हैं. ऐसे में कहीं ना कहीं माइक्रो फाइनेंस की भूमिका भी संदिग्ध है.

'अजय चंद्राकर थे चिटफंड कंपनी के एजेंट', मंत्री शिव डहरिया का आरोप
Raigarh: चिटफंड मामले में सबसे बड़ी कार्रवाई, दो आरोपी कोलकाता से गिरफ्तार , 60 लाख की संपत्ति जब्त
भोपाल से चिट फंड कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार, 6 साल से था फरार - Bilaspur fraud Case



कोरबा : माइक्रो फाइनेंस कंपनी से महिलाओं को लोन दिलाकर 46 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. महिलाओं की माने तो उन्हें ये कहकर अलग-अलग कंपनियों से लोन दिलवाया गया कि लोन के पैसों को निवेश किया जाएगा. इसके बाद सभी को तगड़ा मुनाफा होगा.फिर हर महीने लोन के बदले 500 रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे.

पैसा कमाने की स्कीम से ठगी : ज्यादा पैसा कमाने की स्कीम के चक्कर में ग्रामीण और बस्तियों में निवास करने वाली महिलाएं झांसे में आ गईं.इसके बाद महिलाओं ने जो पैसा बैंक से निकाला था उसे ठगी करने वाले दंपती को दे दिया. महिलाओं को भरोसे में लेने के कुछ महीनों तक किस्त और मुनाफे की राशि दंपती ने उन्हें दी भी.लेकिन पिछले कुछ दिनों से दंपती का मोबाइल बंद है. जिसकी शिकायत महिलाओं ने पुलिस से की है.

लोन दिलाकर 200 महिलाओं से ठगी (ETV Bharat Chhattisgarh)

महिला समूह की 200 सदस्यों से ठगी : ये पूरा मामला उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम नवापारा का है. ठगी करने वाले दंपती भी स्थानीय हैं. एसपी को दिए लिखित आवेदन में ठगी की शिकार आरती, अंशु बाई समेत कई महिलाओं ने जिक्र किया है कि संजीव बरेठ और उसकी पत्नी सुमन बरेठ ने ग्रामीण कुटा बैंक, आरपीएल, बीएमएस, ग्राम शक्ति, अन्नपूर्णा और यूनिटी जैसे माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से ग्रामीण महिलाओं को लोन दिलवाया था. 200 महिलाओं को छोटे-छोटे अमाउंट के लोन दिलवाए गए थे.

46 लाख का लोन मिला : सभी महिलाओं को 46 लाख रुपए का लोन इन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से दिलवाया गया. लोन दिलवाने की पूरी प्रक्रिया में ठग दंपती ने समूह की महिलाओं की पूरी सहायता की. अपने सुपरविजन में प्रक्रिया को पूरा करवाया. इसके बाद सुमन बरेठ ने कहा कि लोन की राशि को फ्लोरा मैक्स स्कीम में लगाया जाएगा. वहीं जो भी किस्त फाइनेंस कंपनी की होगी वो हम लोग चुकाएंगे. यही नहीं किस्त की राशि के अलावा 500 रुपए सभी महिलाओं को दिए जाएंगे. इस झांसे में आकर सभी महिलाओं ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से जितनी भी लोन की राशि थी उसे ठग दंपती को दे दी.


पैसे लेकर ठग दंपती फरार : ग्राम नवापारा की महिलाओं ने जैसे ही माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लिए गए लोन की राशि को ठग दंपती संजीव और सुमन बरेठ के दी, उनका असली चेहरा सामने आ गया. ठग दंपती ने कुछ महीनों तक लोन की किस्त और अतिरिक्त राशि वादे के मुताबिक महिलाओं को दी.लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों का कोई अता पता नहीं है. अब महिलाओं ने बड़े पैमाने पर हुई इस ठगी की शिकायत एसपी से की है. पुलिस भी मामले की जांच कर रही है. लेकिन अब तक लगभग 200 महिलाओं से ठगी करने वाले बरेठ दंपती का कुछ भी पता नहीं चला है.

माइक्रो फायनेंस कंपनी से लोन दिलाकर हमें कहा गया कि लोन की किस्त पटाएंगे और ज्यादा पैसा भी देंगे.लेकिन अब सब भाग गए हैं-आरती, पीड़ित

हमें कहा गया कि धंधा पानी करवाएंगे.मुनाफा होगा किस्त की रकम भी जमा होगी.भरोसा करके हम पैसा दे दिए अब सभी फरार हैं-अंशु, पीड़ित


माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की भूमिका भी संदिग्ध : माइक्रो फाइनेंस कंपनियों ने जो लोन लगभग 200 महिलाओं को दिया है, लोन देने की इस प्रक्रिया में ठग दंपती महिलाओं के साथ थे. कंपनी ने पूरी प्रक्रिया को पूरा कराया. अब जबकि ठग दंपती फरार हो चुके हैं. तब माइक्रो फाइनेंस कंपनियां ठगी की शिकार लोन लेने वाली महिलाओं पर किस्त चुकाने का दबाव बना रही हैं.जिसके कारण महिलाएं परेशान हैं. ऐसे में कहीं ना कहीं माइक्रो फाइनेंस की भूमिका भी संदिग्ध है.

'अजय चंद्राकर थे चिटफंड कंपनी के एजेंट', मंत्री शिव डहरिया का आरोप
Raigarh: चिटफंड मामले में सबसे बड़ी कार्रवाई, दो आरोपी कोलकाता से गिरफ्तार , 60 लाख की संपत्ति जब्त
भोपाल से चिट फंड कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार, 6 साल से था फरार - Bilaspur fraud Case
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.